केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना को लेकर पूरे देश भर में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। वहीं बिहार में हुए उग्र प्रदर्शन के बाद 18 तारीख को बिहार बंद बुलाया गया है। वहीं इसका असर झारखंड में भी अब देखने को मिल रहा है। पिछले दिनों राजधानी रांची के आर्मी बहाली कार्यालय के बाहर युवाओं द्वारा भी विरोध प्रदर्शन किया गया था। हालांकि प्रशासन के अलर्ट मोड होने के बाद या प्रदर्शन पूरी तरह छात्रों का सफल नहीं हो सका। वहीं शुक्रवार को रांची में भी छात्र राजवन पहुंचे और विरोध प्रदर्शन जताया जिसके बाद प्रशासन अलर्ट मोड़ पर आई और यह प्रदर्शन भी छात्रों को तितर-बितर किया गया। इस मुद्दे पर राज्य में भी सत्ता पक्ष और विपक्ष राजनीतिक शुरू कर दी है।
लाखों युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़: JMM
झामुमो के केंद्र सरकार की नई अग्निपथ की योजना पर सवाल उठाया है। कहा कि सेना में संविदा पर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू कर मोदी सरकार ने देश के लाखों युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है। झामुमो के वरिष्ठ नेता सुप्रिया भट्टाचार्य ने कहा कि केंद्र सरकार सिर्फ 6 महीने की ट्रेनिंग देकर देश के युवाओं को फौज में भेजने की तैयारी कर रही है, जबकि एनसीसी की जूनियर ट्रेनिंग 2 साल और सीनियर ट्रेनिंग 3 साल की होती है। ऐसे में क्या अग्निपथ योजना देश के जवानों के युवा एनसीसी से भी ज्यादा दक्ष हो।
युवाओं को गुमराह करने का प्रयास : प्रतुल शाहदेव
इस योजनाओं को लेकर भाजपा प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा यह युवाओं के लिए सुनहरा मौका प्रदान करने वाला योजना है 4 वर्ष की नौकरी के साथ उन्हें 4 वर्ष के बाद पैसे भी दिए जाएंगे इसके साथ बैंक लोन गारंटी भी देगा आर्मी के क्षेत्रों ने छूट मिलेगा। 4 वर्ष के बाद उन्हें 15 वर्षों के लिए भी रोजगार की व्यवस्था की जाएगी यह प्रावधान है कुछ लोगों ने युवाओं को गुमराह करने का काम किया है लेकिन देर सवेर युवा अग्निपथ योजना को समझेंगे।
देश की अस्मिता के साथ खिलवाड़ करने वाला योजना : राकेश सिन्हा
वहीं झारखंड कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने केंद्र सरकार पर जोरदार हमला करते हुए कहा यह योजना युवाओं को छलने का काम किया जाने वाला है। यह सिर्फ उद्योगपतियों को खुश करने वाला योजना है। क्या यह युवा आगे चलकर अडानी के गोदामों का सुरक्षा गार्ड बनेंगे। देश की अस्मिता के साथ खिलवाड़ करने वाला यह योजना है। 75 परसेंट युवा फिर क्या करेंगे इस योजना के अंतर्गत।