[Team insider] कांग्रेस और जेएमएम के नेताओं ने मंगलवार को राज्यपाल रमेश बैस से मुलाकात कर भाजपा विधायक समरी लाल की सदस्यता रदद् करने की मांग की और ज्ञापन सौंपा। मुलाकात करनेवालों में कांग्रेस के प्रदेश अध्य़क्ष राजेश ठाकुर, केशव महतो कमलेश, जेएमएम के विनोद पांडेय, सुप्रियो भट्टाचार्य शामिल थे। राज्यपाल को सौंपे ज्ञापन में कांग्रेस ने कहा है कि समरी लाल ने आरक्षित कांके सीट से गलत जाति प्रमाण पत्र के आधार पर चुनाव लड़ा है। वे मूलतः राजस्थान के निवासी हैं। ऐसे में वे अनुसूचित जाति के प्रमाण पत्र की अर्हता नहीं रखते हैं।
कांग्रेस प्रत्याशी ने भी समरी लाल के दावे को चुनौती दी थी
सौंपे ज्ञापन में बताया गया है कि शहर अंचल कार्यालय द्वारा कांके विधायक को जारी जाति प्रमाण पत्र गलत है। चुनावी नामांकन के समय पूर्व कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश कुमार बैठा ने भी समरी लाल के अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र के दावे को चुनौती दी थी। इस तथ्य की जांच माधुरी पाटिल मामले में सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय में गठित जाति जांच समिति द्वारा की गई। जांच में यह सामने आया है कि झारखंड द्वारा उन्हें निर्गत अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र नहीं है। 31 अक्टूबर 2000 को जारी अनुसूचित जाति (गांगी) का जाति प्रमाणपत्र रद्द कर दिया गया है।
राज्यपाल ने दिया है आश्वासन: राजेश ठाकुर
राज्यपाल से मिलने के बाद मीडिया से बातचीत में राजेश ठाकुर ने बताया कि कांके विधायक की सदस्यता तो अबतक रदद् हो जानी चाहिए थी। अब जब देरी हो रही है, तो हमने राज्यपाल से मिलकर जल्द से जल्द कार्रवाई करते हुए सदस्यता रदद् करने की मांग की है। राज्यपाल ने आश्वासन दिया है कि अभी तक मामला संज्ञान में नहीं आया है। मामले को देखकर जो भी उचित कार्रवाई करनी होगी, वे करेंगे।
जांच कमिटी ने भी समरी लाल के जाति प्रमाण को अवैध ठहराया : विनोद पांडेय
जेएमएम नेता विनोद पांडेय ने कहा, जांच कमिटी ने भी समरी लाल के जाति प्रमाण को अवैध ठहराया है। सदस्यता रद्द करने का फैसला अब राज्यपाल को लेना है। ऐसे में जेएमएम और कांग्रेस नेता ने आज उनसे मिलकर न्याय की गुहार लगायी है।