साहिबगंज: जिले से होकर बहनेवाल गंगा नदी अपने विकराल रूप को धारण कर सकती है। बताया जा रहा कि पूर्वी बिहार, कोसी और सीमांचल की नदियों में तीन दिनों से भारी वर्षा के बाद जलस्तर बढ़ गया है। भारी वर्षा के कारण कोसी कैचमेंट एरिया में शुक्रवार की शाम को छह बजे कोसी बराज के पास कोसी का जलस्राव एक लाख 11 हजार 290 क्यूसेक दर्ज किया गया। इस वर्ष के कारण कोसी बेसिन से काफी मात्रा पानी नदी में आ रहा है। वहीं बताया जा रहा कि शनिवार दोपहर तक कोसी बराज को खोला जाएगा, जिससे 6 लाख 81 हजार 639 क्यूसेक पानी भागलपुर के कुरसेला के पास गंगा में कोसी नदी का पानी मिलेगा। इस प्रकार बराज से पानी छोड़े जाने के बाद गंगा नदी में अचानक बाढ़ आ सकता है।
इसे लेकर प्रशासन अलर्ट मोड पर है वहीं जनसपंर्क विभाग ने डीसी के हवाले से नोटिस जारी किया है कि प्रधान सचिव, जल संसाधन विभाग, पटना के बेतार संवाद संख्या- एन आर सं.-160 के सूचनानुसार कोसी बेसीन के जलग्रहण क्षेत्रों में अत्यधिक वर्षापात के कारण साहिबगंज जिला अंतर्गत दियारा समेत अन्य क्षेत्रों में बाढ़ के कारण जनजीवन अत्यधिक प्रभावित हुआ है। इसलिए जान-माल की सुरक्षा को देखते हुए प्रभावित परिवार सुरक्षित स्थान या जिला प्रशासन द्वारा बनाए गए राहत शिविरों में चले जाएं। जिला प्रशासन ने जिला नियंत्रण कक्ष, साहिबगंज के हेल्पलाइन नंबर 9006963963, 9631155933, 9065370630, 06436-356485, 06436-222101, 06436-222202 जारी किया है।
बताते चलें कि पूर्व में हुए भारी वर्षा के बाद गंगा नदी का जलस्तर अधिकतम 28.42 मीटर पर पहुंच गया था, जो अब धीरे-धीरे घटने लगा है। शनिवार की सुबह छह बजे तक जलस्तर 27.95 मीटर तक पहुंच गया है। इधर जिले के लोगों को बाढ़ से अब धीरे-धीरे राहत मिलनी शुरू हो गई थी, लेकिन इस बीच एक नई मुसीबत की सूचना मिल गयी। वहीं जिला टास्क फोर्स की टीम मौके पर पहुंच गई है और वहां की स्थिति से अवगत कराकर लोगों को सूखे और ऊंचे स्थानों पर पहुंचाने की ओर जुट चुकी है। सदर प्रखंड के दियारा रामपुर, गदाई दियार, गरम टोला, लालबथानी और राजमहल के अनुमंडल क्षेत्र और उधवा के दर्जनों पंचायत दियारा क्षेत्र में है। सभी को निकालने का प्रयास जारी है।