रांची: झारखंड की सियायत में पल पल तस्वीरें बदल रही है। भले ही चुनाव तिथियों की औपचारिक घोषणा न हुई हो पर त्योहारी माह के बाद इसे सम्पन्न कराया जा सकता है। इसे लेकर सभी दलों ने कमर कस लिया है और चुनाव को लेकर अपने अपने नेताओं कार्यकर्ताओ के साथ चुनावी रणनीति बनाने में जुट गए हैं। झारखंड चुनाव को देखते हुए कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी उम्मीदवारों के चय़न की प्रक्रिया शुरू कर दी है। वहीं भाजपा भी उम्मीदवारों को लेकर रायशुमारी की प्रक्रिया पूरी कर रही है। झारखंड में चुनावी सरगर्मी तेज हो रही है। हेमंत सरकार अपने कार्यकाल के आखिरी साल में झारखंड की जनता को सौगातों की झड़ी लगा दी है तो वहीं केंद्र सरकार की ओर से भी झारखंड को 21 हजार करोड़ की सौगात मिलने की खबर पक्की है। सूचना है कि अगले सप्ताह पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह झारखंड दौरे पर आ रहे हैं।
इसे लेकर भाजपाईयों में अपार हर्ष की लहर है। बता दें झारखंड के लिए मोदी और शाह का ये दौरा कई मायनो में बेहद अहम है। 15 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जमशेदपुर आगमन है वे जमशेदपुर के गोपाल मैदान से जनसभा को संबोधित करने के साथ ही रोड शो भी करेंगे। इस दौरान पीएम मोदी लगभग 21 हजार करोड़ की विभिन्न विकास योजनाओं का उद्घाटन करेंगे। इसके साथ ही झारखंड से वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की शुरुआत भी करेंगे। वहीं एक लाख से अधिक लाभुकों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत दो-दो लाख रुपये की राशि भी खाते में भेजी जायेगी।
इसके बाद सितंबर माह के ही 21 तारीख को गृहमंत्री अमित शाह का झारखंड दौरा होगा। गृहमंत्री संथाल परगना आएंगे और भोगनाडीह से भाजपा की परिवर्तन यात्रा की शुरूआत करेंगे। भाजपा ने संथाल परगना और कोल्हान में अपना अधिकतर फोकस किया हुआ है। मालूम हो कि भाजपा संथाल में बराबर विदेशी घुसपैठ का मुद्दा उठाती आई है। इधर कोल्हान के टाईगर माने जाने वाले चम्पई सोरेन के भाजपा में आने से कोल्हान में भगवा झंडा लहराने की आस दिख रही है। भाजपा ने इन दोनों प्रमंडलों में अधिक से अधिक सीटों पर जीत हासिल करने की रणनीति भी बनायी है। अमित शाह की संथाल यात्रा कई मायनों में अहम होगी। मोदी और शाह की झारखंड यात्रा के कई चुनावी मायने निकाले जा रहें है। 2019 के चुनाव में सत्ता से बेदखल हुई भारतीय जनता पार्टी अब पुन: सत्ता में आने को अपने चुनावी रण कुशलता का परिचय दे रही है।