रांची: जमीन घोटाले को लेकर ईडी ने कई खुलासे किए हैं। रिमांड में लिए गए भू-माफिया कमलेश कुमार से पूछताछ के दौरान कई जानकारी सामने आयी है। कमलेश ने बताया कि वह 2018 से कांके अंचल में जमीन के धंधे में संलिप्त है। साथ ही उसने कई बड़े अधिकारियों के साथ मिलकर कांके अंचल के जमीनों के दस्तावेजों के साथ हेराफेरी की है। बता दें कांके अंचल के 50 से अधिक लोगों ने उसकी शिकायत की है कि उसने उनकी जमीनों पर अवैध कब्जा किया या दस्तावेजों में हेराफेरी की। वहीं प्रवर्तन निदेशालय अब तक कमलेश से जुड़े पांच लोगों तथा प्रभावित जमीन मालिकों से पूछताछ कर चुका है, जिन्होंने कमलेश पर जबरन कब्जा और दस्तावेजों में हेराफेरी के आरोप लगाए हैं। इधर ईडी को कमलेश से मिली जानकारी के बाद अब कांके अंचल में 2018 से अब तक के सीओ और अन्य कर्मियों की भूमिका की भी जांच शुरू कर दी गयी है। ईडी की इस जांच में विशेष रूप से, कांके के सीओ जय कुमार राम और सीआई चितरंजन टुडू की भूमिका संदिग्ध पाई गई है।
वहीं पूछताछ के दौरान यह सामने आया कि इन दोनों अधिकारियों ने कमलेश के कहने पर बड़े पैमाने पर दस्तावेजों में गड़बड़ी की और एनआईसी में जाकर रेकॉर्ड में छेड़छाड़ की है। इसके अलावा ईडी ने इन अधिकारियों की ओर से दस्तावेजों में की गई छेड़छाड़ के पुख्ता साक्ष्य प्राप्त किए हैं। इस दौरान ईडी ने इन्हे दस्तावेज दिखाए, तो दोनों अधिकारियों ने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। इस प्रकार स्पष्ट जवाब न मिलने से दोनों अधिकारियों की भूमिका पर संदेह उत्पन्न होता है। ईडी जल्द ही राज्य सरकार को इन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा कर सकता है। बता दें कमलेश कुमार की 10 दिनों की रिमांड आज समाप्त हो रही है। ईडी उसे शुक्रवार को पीएमएलए कोर्ट में पेश करेगा और उसे और तीन दिनों की रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट से अनुरोध कर सकता है। वहीं जमीन घोटाले मामले में कमलेश कुमार के ईडी के समक्ष खुलासों के बाद कांके अंचल में हड़कंप मच गया है और संभावित रूप से कई और बड़े खुलासे हो सकते हैं।