रांची: 20 और 21 सितंबर को हुए जेएसएससी सीजीएल परीक्षा को लेकर अभ्यर्थियों ने जेएसएससी कार्यालय का घेराव किया है। बता दें जेएसएससी कार्यालय के 100 मीटर की परिधी में धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू है। लेकिन इसकी परवाह किए बिना ही युवा पेपर गड़बड़ी के सबूतों के साथ कार्यालय पहुच कर अपना विरोध प्रदर्शन कर रहें है। इस दौराप छात्रों ने परीक्षा रद्द करने की मांग की है। और जेएसएससी हाय हाय के नारे भी लगाए। वहीं इसे लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने भी ट्वीट कर हेमंत सोरेन को घेरा है अपने ट्वीट में बाबूलाल ने लिखा कि हेमंत सोरेन ने युवाओं को अंधेरे में रखा और इंटेरनेट बंद कर पेपर लीक का षड्यंत्र रचा।
जब राज उजागर हुआ, तो हेमंत ने बेशर्मी के साथ छात्रों से ही सबूत दिखाने की मांग कर डाली। हेमंत जी, झारखंड के युवा छात्र आपकी साजिश का हर सबूत देने को तैयार हैं। आप चाहे धारा 163 लगाईए या किलेनुमा सुरक्षा घेरा बनवाईए, अब झारखंड की सड़कों पर उतरा युवा साथियों का यह हुजूम आपके सरकार की चूलें हिलाने जा रही है। आपने अपने गिरोह के साथ मिलकर JSSC परीक्षा का प्रश्न पत्र बेचा है और माड़भात खाकर सरकारी नौकरी की तैयारी करने वाले 6.5 लाख गरीब छात्रों के भविष्य को बर्बाद कर दिया है। झारखंड के युवा, बेरोजगार आपकी राजनीतिक पारी समेटने आ रहे हैं! बताते चलें कि आज के इस घेराव को देखते हुए जेएसएससी कार्यालय में निषेधाज्ञा जारी की गयी है। बता दें नामकुम स्थित झारखंड कर्मचारी चयन आयोग के कार्यालय के 100 मीटर की परिधि में निषेधाज्ञा लागू रहेगी। से लेकर सदर एसडीओ ने बीएनएसएस की धारा-163 के अंतर्गत 2 अक्टूबर की रात 10 बजे तक के लिए निषेधाज्ञा लागू की है। इस निषेधाज्ञा के अनुसार इस दौरान सक्षम प्राधिकार से बिना पुर्वानुमति के किसी प्रकार का धरना, प्रदर्शन, घेराव, जुलूस, रैली या आमसभा का आयोजन करने पर रोक रहेगी। वहीं यह आदेश जिला प्रशासन द्वारा प्रतिनियुक्त किसी भी पदाधिकारी अथवा बल पर लागू नहीं होगा। बता दें हाल में हुए जेएसएससी सीजीएल परीक्षा को लेकर बीजेपी ने सरकार पर धंधली के आरोप लगाएं है। वहीं आयोग की तरफ से प्रशांत कुमार ने कहा कि परीक्षा में किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी नहीं हुई है। भाजपा जेएसएससी को लेकर आंदोलन रत हो रही है। वहीं इसे लेकर युवा मोर्चा भी मैदान में है।