गिरीडीह: उसरी नदी में नहाने के दौरान डूबे युवक गौतम का शव आज निकाला गया। शव के निकलते ही परिजन बिलखने लगे। बता दें करीब 28 घंटे के बाद गिरिडीह के औद्योगिक क्षेत्र स्थित बाबा दुखहरण नाथ महादेव के उसरी नदी से धनबाद के युवक का शव बाहर निकाला गया। अपने संतान का शव देख कर मां ने आपा खो दिया सभी परिजन गौतम से लिपट का बहुत रोए। बता दें गौतम अपने परिवार के साथ धनबाद के सिजुआ से बाबा दुखःहरण नाथ महादेव मंदिर पूजा-अर्चना के लिए पहुंचा था। परिवार के लोग पूजा-अर्चना से पहले मंदिर के समीप उत्तर वाहिनी उसरी नदी स्नान के लिए गये।
लेकिन मंदिर से निकट नदी तट छोड़ कर सभी कुछ दूर जा कर नहाने लगे। नदी में सभी नहाने के लिए परिवार के सब लोग घुसे, वहीं मृतक गौतम के पिता नदी से कुछ दूर लघुशंका कर रहे थे। जबकि मृतक गौतम अपने बहनोई के साथ नहाने के लिए नदी में घुसा। गौतम गहरे पानी में चला गया और तेज बहाव में बहता गया। जब सहयोग के लिए गौतम ने आवाज लगायी, तो पिता बचाने के लिए उसके पास पहुंचे, लेकिन गहरा पानी गौतम को डुबोने लगा। पल भर में ही गौतम नदी में समा गया। इधर कुछ स्थानीय लोग उसे खोजने के लिए भीतर भी घुसे, लेकिन गौतम का कोई सुराग नहीं मिला। लोगों ने अलग-अलग टीम बना कर गौतम को तलाशने के लिए घुसी। लेकिन सभी हार कर वापस लौट गये। इसके बाद सदर एसडीएम श्रीकांत यशवंत विष्पुते ने जानकारी दी कि रांची एनडीआरएफ की टीम गिरिडीह पहुंच रही है। लेकिन दूसरे दिन मंगलवार तक टीम नहीं पहुंची, तो स्थानीय युवाओं ने ही गौतम के शव को ढूंढकर बाहर निकाला। गौतम का याव तो मिल गया परंतु प्रशासन के दावे के बावजूद एनडीआरएफ की टीम नहीं पहुंची। ये अपने अपन में एक बड़ा सवाल खड़ा करता है।