आने वाले 15 सितंबर को पलामू को एक वंदे भारत एक्सप्रेस की सौगात मिल सकती है। दरअसल 15 सितंबर को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झारखंड के जमशेदपुर से कई वंदे भारत एक्सप्रेस की शुरुआत करने वाले हैं, इसी को लेकर रांची-वाराणसी या टाटा-वाराणसी वंदे भारत को पलामू के रास्ते चलाए जाने की योजना है। इसे लेकर पलामू के सांसद विष्णु राम दयाल ने केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात की है, उन्होंने रेल मंत्री से मुलाकात के बाद कहा कि अभी ट्रेन को हफ्ते में एक बार पलामू के रास्ते चलाया जाएगा। इसके बाद यात्रियों की संख्या के हिसाब से इसे रेगुलर किया जाएगा।
दरअसल पलामू का इलाका रेलवे का सीआईसी सेक्शन के भीतर आता है, जो कि धनबाद रेल डिवीजन का हिस्सा है। पलामू का इलाका बेहद बिजी रेल रूट माना जाता है, क्योंकि यहां सबसे ज्यादा कोयले की ढुलाई होती है। इधर रेल मंत्री से मिलाकात के बाद सांसद ने कोविड-19 से बंद हुई पैसेंजर ट्रेन बरवाडीह-चोपन-चुनार को फिर से चलाने की मांग की है।
बरवाडीह-चोपन-चुनार ट्रेन के बंद होने से पलामू संसदीय क्षेत्र के भीतर आने वाले 11 रेलवे स्टेशन जिसमें उंटारी, रमना, मेराल, गढ़वा, गढ़वा रोड़, तोलरा, लालगढ़ बिहार, रजहारा, कजरी, डालटनगंज और चियांकी के यात्रियों को सफर करने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। रेल मंत्री ने इस ट्रेन को फिर से शुरू करने को लेकर सहमति दे दी है, अब जल्द ही 11 रेलवे स्टेशन से यात्री फिर से सफर कर सकेंगे।