मनी लॉन्ड्रिंग केस में शुक्रवार देर रात ED ने IAS अधिकारी संजीव हंस को गिरफ्तार कर लिया है। संजीव हंस को उनके पटना स्थित सरकारी आवास से गिरफ्तार किया गया है। इस मामले को लेकर केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने बयान दिया है। जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा है कि ‘जैसी करनी, वैसी भरनी’। जो जैसा करता है, वैसा भरता है। कानून अपना काम करती है।
केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने तेजस्वी यादव पर भी तंज कसा है। उन्होंने कहा कि एक मिनट में शराबबंदी अच्छी और बुरी हो जाती है। वह हमारे साथ थे तो शराबबंदी अच्छी थी। अब विपक्ष में हैं तो खामियां हैं। राजनीति करनी है तो बोल रहें हैं, हमलोग अपना काम कर रहे हैं। कानून अपना काम कर रही है।
दरअसल, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर लिखा कि 2004-05 में बिहार के ग्रामीण इलाकों में 500 से भी कम शराब की दुकानें थीं। लेकिन, 2014-15 में यह बढ़कर 2,360 हो गई। 2004-05 में पूरे बिहार में लगभग 3000 शराब की दुकानें थीं। यह 2014-15 में बढ़कर 6000 से अधिक हो गई थी। 1947 से 2005 तक 58 साल में बिहार में सिर्फ 3000 दुकानें ही खुली थी। लेकिन, 2005 से लेकर 2015 तक नीतीश कुमार ने 10 साल में इसे डबल कर दिया था। 58 साल में बिहार में हर साल औसतन 51 दुकानें खोली गईं। लेकिन, 2005-15 के 10 साल के नीतीश राज में हर साल औसतन 300 दुकानें खुलीं।
बता दें कि संजीव बिहार कैडर के पहले आईएएस अफसर हैं जिन्हें ईडी ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद रात में ही कोर्ट में संजीव हंस की पेशी हुई। कोर्ट ने संजीव हंस को अगले 11 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। अगले 29 अक्टूबर तक अब संजीव हंस जेल में ही रहेंगे। संजीव हंस का नया ठिकाना बेउर जेल का आमद वार्ड होगा। देर रात लगभग 12:30 बजे ED की टीम संजीव हंस को बेऊर जेल लेकर पहुंची।




















