राज्य को नक्सल मुक्त करने के लिए सरकार की महत्वपूर्ण आत्मसमर्पण नीति “नई दिशा” भी नक्सली संगठनों के बीच काफी लोकप्रिय होते जा रही है। परिणाम स्वरूप भाकपा माओवादी सहित अन्य कई प्रतिबंधित नक्सली संगठनों के नक्सली पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर रहे हैं। इसी क्रम में शनिवार को एक लाख का इनामी भाकपा माओवादी का एरिया कमांडर जतरू खेरवार ने 18 जून को पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। पेशरार थाना के पुतरार गांव निवासी इस नक्सली के खिलाफ लोहरदगा जिले के सेरेंगदाग और पेशरार थाने में कई केस दर्ज हैं। एसपी ऑफिस में आयोजित कार्यक्रम में भाकपा माओवादी के रीजनल कमांडर हार्डकोर नक्सली दस्ता सदस्य जतरु सरेंडर कर दिया। जतरु खेरवार भाकपा माओवादी के रीजनल कमांडर और 15 लाख के इनामी दुर्दांत नक्सली रविंद्र गंझू के दस्ता में शामिल है। जतरु खेरवार के ऊपर लोहरदगा और गुमला जिले के अलग-अलग थाना में कुल 17 मामले दर्ज हैं।
भाकपा माओवादी का था एरिया कमांडर
जतरु खेरवार मूल रूप से जिले के पेशरार थाना क्षेत्र के पुतरार गांव का रहने वाला है। उसके पिता का नाम स्वर्गीय सोकरो खेरवार है। जतरु खेरवार पर एक लाख रूप का इनाम भी घोषित है। हालांकि कहा जा रहा है कि हाल के समय में वह संगठन में एरिया कमांडर के रूप में प्रोन्नत किया गया था। बता दें कि इससे पहले लोहरदगा पुलिस के समक्ष 27 माओवादी और नक्सलियों ने सरेंडर किया है। जिनमें कई इनामी और राज्य स्तर पर कुख्यात नक्सली रहे हैं।
में पुलिस को निरंतर मिल रही है सफलताएं
इस मौके पर एसपी ने कहा कि झारखण्ड सरकार ने राज्य को नक्सल मुक्त राज्य बनाने का संकल्प लिया है। इसी संकल्प को घरातल पर उतारने के लिए महानिदेशक व पुलिस महानिरीक्षक, झारखण्ड के निर्देशानुसार झारखण्ड पुलिस नक्सली संगठनों के खिलाफ चौतरफा कार्रवाई में लगातार प्रयत्नशील है। इस दिशा में पुलिस को निरंतर सफलताएं भी मिल रही है। राज्य को नक्सल मुक्त करने के लिए सरकार की महत्वपूर्ण आत्मसमर्पण नीति “नई दिशा” भी नक्सली संगठनों के बीच काफी लोकप्रिय होते जा रही है। परिणाम स्वरूप भाकपा माओवादी सहित अन्य कई प्रतिबंधित नक्सली संगठनों के नक्सली पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर रहे हैं।