मणिपुर (Manipur) में दो चरणों में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए आज मतदान शुरू है। पहले चरण में इंफाल पूर्व, इंफाल पश्चिम, बिष्णुपुर, चुराचांदपुर और कांगपोकपी सहित पांच जिलों में फैले 38 निर्वाचन क्षेत्रों के लोग मतदान कर रहे हैं। शेष 22 सीटों पर दूसरे चरण में पांच मार्च को मतदान होगा। पहले चरण का चुनाव मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह (Chief Minister N Biren Singh) सहित कई प्रमुख राजनीतिक नेताओं के भाग्य का फैसला करेगा। भाजपा नेता अपनी पारंपरिक हिंगांग सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। जहां से एन बीरेन सिंह ने 2002 में पहली बार चुनाव लड़ा था। उसके बाद से वह कभी चुनाव नहीं हारे।
भाजपा अकेले लड़ रही
बीजेपी ने जहां 2017 में नेशनल पीपुल्स पार्टी नगा पीपुल्स फ्रंट और लोक जनशक्ति पार्टी के साथ गठबंधन करके सरकार बनाई थी। वहीं अब वे सभी 60 सीटों पर अकेले लड़ रही हैं। इस बीच कांग्रेस, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), फॉरवर्ड ब्लॉक, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (RSP) और जनता दल के साथ साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है।
1990 के दशक से कांग्रेस के टिकट पर जीत
तृणमूल कांग्रेस के पूर्व नेता से भाजपा विधायक बने थोंगम विश्वजीत सिंह थोंगजू सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि मणिपुर कांग्रेस के पूर्व प्रमुख बिशनपुर से भाजपा उम्मीदवार के रूप में मैदान में हैं। यह भी ध्यान दिया जाना चाहिए कि कोंटौजम गोविंदास कई बार विधायक बन चुके हैं जो 1990 के दशक से कांग्रेस के टिकट पर बिशनपुर सीट जीत रहे थें। उन्होंने दिसंबर 2020 में पार्टी छोड़ दी थी। राज्य के पीडब्ल्यूडी मंत्री थोंगजू में कांग्रेस के सेराम नेकेन सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे।
उपमुख्यमंत्री का सामना एनपीपी उम्मीदवार से
उपमुख्यमंत्री और एनपीपी उम्मीदवार युमनाम जॉयकुमार का सामना पूर्व चुनावी सहयोगी भाजपा के ख्वैराकपम रघुमणि सिंह और कांग्रेस के नंगलेपम महानंदा सिंह से होगा। नम्बोल में मणिपुर कांग्रेस अध्यक्ष एन लोकेश सिंह का सामना भाजपा के थौनाओजम बसंत सिंह से होगा। जिन्होंने लगभग दो दशकों तक नंबोल सीट पर कब्जा किया है।