बिहार के लोग सावन में जेठ की गर्मी झेल रहे हैं। उमस भरी गर्मी ने लोगों का हाल बेहाल कर दिया है। तापमान 40 के करीब पहुंच चुका है। फिलहाल, बिहार के अधिकतर भागों में मानसून कमजोर पड़ चुका है। यही वजह है कि लोगों को उमस भरी यह गर्मी सताने लगी है। मौसम विभाग के अनुसार 28 जुलाई तक तेज बारिश के आसार नहीं हैं। 29 जुलाई से बिहार में बारिश का दौर शुरू हो सकता है। पिछले तीन-चार दिनों से बिहार में बिल्कुल ही बारिश नहीं हुई है। राज्य में अबतक 43 फीसदी कम बारिश हुई है।
मौसम विभाग की भविष्यवाणी
पटना मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक 28 जुलाई तक मौसम फिलहाल ऐसा ही रहेगा। मौसम वैज्ञानिक कुमार गौरव के मुताबिक ‘शनिवार को मॉनसून की द्रोणी रेखा जैसलमेर, दिशा, रतलाम, चंद्रपुर, गोपालपुर से होकर दक्षिण पूर्व की ओर उत्तरी अंडमान सागर से गुजर रही थी। अगले 24 घंटों के दौरान राज्य के उत्तर पश्चिम, उत्तर पूर्व, दक्षिण पश्चिम भाग के कुछ स्थानों पर बारिश की संभावना है। जबकि राज्य के बाकी हिस्सों के एकाध जगहों पर हल्की बारिश हो सकती है। वहीं किशनगंज जिले के एक या दो जगहों पर भारी बारिश की संभावना है। जबकि बिहार के उत्तर पश्चिम, उत्तर पूर्व, दक्षिण पश्चिम और दक्षिण मध्य हिस्से के जिलों में एक या दो स्थानों पर मेघ गर्जन और वज्रपात का पूर्वानुमान है।
प्रदेश में 43 फीसदी कम हुई बारिश
रोपनी के समय में मानसून की बेरुखी ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। पिछले तीन-चार दिनों से बारिश न के बराबर हो रही है। इसकी जानकारी मुख्यमंत्री को मौसम विभाग के प्रतिनिधि ने दी। उन्होंने कहा कि जून में 85 एमएम बारिश हुई जो सामान्य से 163.3 एमएम से 48% कम है। वहीं 1 जुलाई से 21 जुलाई तक 152.30 एमएम बारिश हुई, जो सामान्य बारिश 242.4 एमएम से 47% कम है। वहीं 1 जून से लेकर 21 जुलाई तक राज्य में 405.7 मिमी बारिश होनी थी, लेकिन मात्र 238.3 मिमी बारिश हुई है। पूरे प्रदेश में 43 फीसदी कम बारिश हुई है। बिहार में बारिश की कमी को लेकर शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बैठक की। इस बैठक में नीतीश कुमार ने कृषि कार्य के लिए किसानों को डीजल अनुदान उपलब्ध कराने और 12 घंटे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित कराने का आदेश दिया है।