Chatra: जन्म के चंद घंटे बाद सदर अस्पताल से बच्चे के सौदा मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की । नाबालिग खरीद बिक्री में शामिल राज्य स्तरीय गिरोह का खुलासा हुआ। मासूम का एक लाख में सौदा करने वाली कलयुगी मां, सदर अस्पताल की सहिया, एनटीपीसी के ड्रेसर समेत चतरा, हजारीबाग, रामगढ़, बोकारो के एक दर्जन सरकारी और निजी अस्पतालों के स्वास्थ्य कर्मी गिरफ्तार हुए।
4.5 लाख में नवजात का सौदा
डीसी अबू इमरान और एसपी राकेश रंजन के संयुक्त निर्देश पर एसडीपीओ अविनाश कुमार के नेतृत्व में गठित सदर थाना पुलिस की एसआईटी ने गिरोह का भंडाफोड़ किया। साढ़े 4 लाख रुपये में नवजात का सौदा हुआ था। नवजात की मां को सहिया ने एक लाख देकर बेचवाया था। मामले में नवजात को नाजायज तरीके से खरीदने वाले दंपत्ति उपेंद्र कुमार और रीना देवी को एसआईटी ने बड़कागांव से गिरफ्तार किया।
9 आरोपी गिरफ्तार
नाबालिग खरीद-बिक्री सिंडिकेट में शामिल एनटीपीसी टंडवा के ड्रेसर सरोज कुमार समेत 9 अन्य गिरफ्तार हुए । बोकारो में संचालित आशा शशि हॉस्पिटल के कर्मियों और चतरा शहर के झारखंड मैदान ईलाके में संचालित अवैध नर्सिंग होम के संचालक अरुण कुमार दांगी समेत अन्य लोग शामिल थे। अरुण दांगी फरार है। एसआईटी में थाना प्रभारी मनोहर करमाली, एसआई बीना कुमारी और निरंजन कुमार समेत सशस्त्र बल के जवान शामिल थे । विभिन्न कंपनियों के चार मोबाइल और नाबालिग खरीद बिक्री में इस्तेमाल एक लाख 64 हजार रुपया नगद भी पुलिस ने बरामद किया ।