चुनाव होने में अभी एक साल का समय है। लेकिन अभी से ही राजनीतिक पार्टियां चुनावी बिगुल फूंक दी है। इसमें सबसे ज्यादा जोश में दिख रहे है बिहार के सीएम नीतीश कुमार। चुनावी रणभूमि में भाजपा को हराने के लिए हर मुमकिन कोशिश करते दिख रहे है। पहले विपक्षी एकता बैठक फिर सीएम नीतीश कुमार और पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी का एक ही दिन राजभवन दौरे ने कन्फ्यूजन पैदा कर दिया है। इसके साथ सीएम नीतीश कुमार का जदयू विधायकों से वन-टू-वन मुलाकात और अब सीएम ने सांसदों से मूलाकात की तैयारी कर ली है। हालांकि, मुलाकात का समय अभी तय नहीं हुआ है। लेकिन कहा जा रहा है कि यह मुलाकात जल्द ही मुख्यमंत्री आवास में होगी।
“सांसदों से मिलना के बहाने सियासी खिचड़ी पका रहे नीतीश”
बताया जा रहा है कि जदयू के सांसदों ने अपनी-अपनी समस्या को लेकर मुख्यमंत्री से मिलने की इच्छा जाहिर की थी। जिसको लेकर मुख्यमंत्री ने सांसदों से मिलने की योजना बनाई है। जबकि इसको लेकर लोगों का कहना है कि समस्या एक बहाना है। सीएम मिलने के बहाने सियासी खिचड़ी पका रहे है। कुछ दिन पहले ही सीएम ने अफसरों को चुनाव के लिए तैयार रहने को कहा था। सीएम ने कहा था कि कभी भी चुनाव हो सकता है इसलिए तैयार रहिए। साथ ही अधिकारियों से भी विकास कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए थे।
दो दिन पहले ही सीएम ने अपने आवास पर विधायकों से वन टू वन मुलाकात की थी। विधायकों से बातचीत में नीतीश कुमार 2024 लोकसभा चुनाव के लिए तैयार रहने के लिए कहा था। सीएम से मिलने के बाद जेडीयू विधायक रामविलास कामत ने कहा कि मुख्यमंत्री ने क्षेत्र की समस्याओं पर बातचीत की और कहा कि क्षेत्र के विकास के लिए तत्पर रहिए। कहीं कोई भी दिक्कत हो तो मुझसे बात कीजिए।