जहाँ देश भर में बाबा साहेब डॉ भीम राव अम्बेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर पुष्पांजलियां अर्पित की जा रही हैं, वहीं बिहार की राजधानी पटना के गर्दनीबाग में ममता दीदीयों का समूह धरने पर बैठा है, अपनी नौ सूत्री मांग को लेकर। ममता दीदीयों की नौ सूत्री मांगो में सबसे प्रमुख है उन्हें सरकारी कर्मचारी का दर्जा देते हुए निश्चित और स्थाई वेतन मुहैया करवाना। साथ ही रहने से लेकर अन्य सुविधायें जो एक स्थाई सरकारी मुलाजिम को प्राप्त हैं।
ममता दीदीयों का कहना है कि वर्तमान में उन्हें दिहारी मजदूरों या उससे भी बढ़कर, प्रत्येक कार्य केलिए उन्हें छोटी सी रकम दी जाती है। ये उनके परिवार के लिए तो क्या केवल उनके व्यक्तिगत खर्चे के लिए पर्याप्त नहीं। उन्होंने सरकार पर हमला करते हुए बोला कि जब वेतन दे नहीं सकते तो नौकरी क्यों देते हैं! चुनाव के टाईम वोट के लिए नौकरी का प्रलोभन देते हैं और बाद में पईसे नहीं देते हैं। यही हाल रहा तो जिस तरह से उनको कुर्सी पर बैठाए हैं, उसी तरह से उतार भी देंगे। ममता दीदीयों का समूह सरकार से नौ सूत्री मांगो को लेकर अड़ा हुआ है। उनका यही कहना है कि जब तक मांग पूरी न हो जाए, वे प्रदर्शन करती रहेंगी।