वर्षों से लंबित बिहटा औरंगाबाद रेलवे लाइन परियोजना को धरातल पर उतारने को लेकर दानापुर अनुमंडल के बिहटा रेलवे स्टेशन को लोगों ने जाम कर आंदोलन किया। बिहटा औरंगाबाद रेल परियोजना संघर्ष समिति के बैनर तले आंदोलन कर रहे लोगों ने कहा कि यह परियोजना 2007 में तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद जी के द्वारा आधारशीला रखा गया था। जिसमें सर्वे, स्टेशन, मानव रहित फाटक, प्राक्कलन, बनने के बाद भी 16 वर्षों से रेल विभाग के उपेक्षा का शिकार है। आंदोलन कर रहे लोगों का आरोप था कि इसके बाद दर्जनों रेल परियोजना का घोषणा किया गया जो आज घरातल पर उतार दिया गया है। यह परियोजना को सरकार 16 वर्षों से राजनीतिक शिकार बनाते आ रही है। यह परियोजना को धरातल पर आ जाने से लगभग एक करोड़ पचीस लाख जनता को लाभ मिलेगा। यह परियोजना की दूरी लगभग 119 किलोमीटर है। यह परियोजना लागू होने से गया, बनारस, औरंगाबाद, सासाराम, भभुआ, डेहरी, पलामु तथा गढ़वा की दुरी एक तिहाई कम हो जायेगा।
इस परियोजना को चालु होने से यहाँ के आस-पास रहने वाले मजदुर, किसान, छात्रों को कम किराये पर आवागमन् होगा तथा बड़े पैमाने पर रोजगार मिलेगा। इस परियोजना को धरातल पर उतारने के लिए 2016 में बिहटा के रेल लाईन पर 7 घंटा रेल का चक्का जाम किया गया था। जिसमें महाप्रबंधक के द्वारा रेलमंत्री द्वारा प्रेषित आस्वासन अगले वित्तीय वर्ष यानि 2017 में पुरा करने का वादा लिखित रूप से किया गया था। इस परियोजना के आस-पास में चार लोकसभा क्षेत्र पाटलीपुत्रा, जहानाबाद, (अरवल) काराकाट, औरंगाबाद आता है। जिसके चारों सांसदों द्वारा आज तक इस क्षेत्र के जनता को झुठा आश्वासन दिया जाता रहा है। नाराज जनता द्वारा चारों सांसदों को घेराव प्रदर्शन तथा रेल नही तो वोट नहीं का आंदोलन जोरदार तरिके से चलाया जायेगा।
रेल विभाग द्वारा इस परियोजना में की जा रही उपेक्षा के विरूद्ध दिनांक 01.12. 2023 को औरंगाबाद से बिहटा स्टेशन तक सत्याग्रह पद यात्रा किया जायेगा एवं 06.12. 2023 बिहटा स्टेशन पर प्रदर्शन किया जायेगा। आंदोलन कर रहे लोगों ने अपनी मांगों को दोहराते हुए कहा कि भारत सरकार 2023-2024 के अंतरिम बजट में बिहटा औरंगाबाद रेल परियोजना के लिए पर्याप्त राशि मुहैया करें , सर्वे तथा भूमि अधिग्रहण का कार्य शीघ्र प्रारम्भ किया जाये ,भारतीय रलवे वोर्ड इस परियोजना को पंचवर्षीय योजना के प्राथमिकता सूची में शीघ्र जोड़ा जाये साथ ही सरकार इस परियोजना को शीघ्र प्राक्कलित राशि उपलब्ध कराये वरना हमें बाध्य होकर उग्र आंदोलन चलाना पड़ सकता है।
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