RANCHI : रांची के बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में बंद पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप उर्फ दिनेश उर्फ अमरजीत सिंह उर्फ कुलदीप उर्फ बड़कू उर्फ मारंग बाड़ उर्फ डीजी उर्फ साहेब उर्फ बाबी से आज ईडी पूछताछ करेगी। अब दिनेश गोप के विरुद्ध मनी लांड्रिंग के मामले में ईडी की जांच तेज होगी। ईडी दिनेश गोप से यह जानना चाहेगी कि उसने अब तक कहां-कहां से कितनी लेवी वसूली और उसे कहां निवेश किया। उसे अब तक पुलिस व प्रशासन से बचाने में किसने मदद की। किन-किन नेताओं व पुलिस वालों ने उसे सहयोग किया। कितनी शेल कंपनियों में उसने निवेश किया है। ईडी की यह एंट्री राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) की जांच में मिले तथ्यों के आधार पर हो रही है।
21 मई को किया गया था गिरफ्तार
एनआइए ने दिनेश गोप को 21 मई को नेपाल से गिरफ्तार किया था। उसपर झारखंड सरकार ने 25 लाख व एनआइए ने पांच लाख रुपये का इनाम रखा था। उसे रांची लाने के बाद एनआइए ने लंबी पूछताछ की थी। जिसमें उसने लेवी में करोड़ों रुपये मिलने और शेल कंपनियों व व्यवसायियों की मदद से खपाने की बात कही थी। वह अपना भविष्य सुरक्षित करने के लिए कुछ व्यवसायियों का सहयोग ले रहा था। पर्दे के पीछे से वह इनकी मदद करता था। वर्ष 2018 में एनआइए ने टेरर फंडिंग मामले में उसपर केस किया। उसके बाद से लेवी रंगदारी के जरिए कमाई गई संपत्ति की पहचान व उसकी जब्ती की कार्रवाई हुई। रांची में इटकी रोड में ब्रिजमीना अपार्टमेंट में स्थित दिनेश गोप के फ्लैट व एदलहातू स्थित आवास की पूर्व में जब्ती हो चुकी है।