बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) द्वारा आयोजित इंटर परीक्षा 2025 की शुरुआत 1 फरवरी से हो रही है, जो 15 फरवरी तक चलेगी। इस परीक्षा के लिए बोर्ड ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। इस बार 38 जिलों में 1677 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जो पिछले वर्ष की तुलना में 154 केंद्र अधिक हैं। 2024 में जहां 1,523 केंद्र बनाए गए थे, वहीं इस बार परीक्षार्थियों की संख्या भी अधिक है। 12,92,313 परीक्षार्थी इस परीक्षा में शामिल होंगे, जिनमें 6,41,847 छात्राएं और 6,50,466 छात्र हैं।
पटना जिले में 75,917 परीक्षार्थी
पटना जिले में 75,917 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल होंगे, जिनमें 37,174 छात्राएं और 38,743 छात्र हैं। 85 परीक्षा केंद्रों पर दोनों पालियों में ये परीक्षाएं होंगी। पहले दिन की परीक्षा में प्रथम पाली (9:30 बजे से 12:45 बजे तक) में बायोलॉजी (साइंस) और फिलॉसफी (आर्ट्स) की परीक्षा होगी, वहीं दूसरी पाली (2:00 बजे से 5:15 बजे तक) में इकोनॉमिक्स (आर्ट्स और कॉमर्स) की परीक्षा आयोजित की जाएगी।
समय सीमा और प्रवेश की व्यवस्था
समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र में प्रवेश के लिए समय सीमा निर्धारित की गई है। परीक्षा शुरू होने से 30 मिनट पहले तक ही केंद्र में प्रवेश दिया जाएगा। पहली पाली के परीक्षार्थियों को 9:00 बजे तक और दूसरी पाली के परीक्षार्थियों को 1:30 बजे तक परीक्षा भवन में प्रवेश करना होगा।
केंद्रों पर सुरक्षा और निगरानी
परीक्षा केंद्रों पर धारा 144 लागू की गई है और सभी केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरा लगाए जाएंगे। 500 परीक्षार्थियों पर एक वीडियोग्राफर की व्यवस्था होगी। सभी वीक्षक परीक्षा कक्ष में मोबाइल फोन लेकर नहीं जाएंगे और प्रत्येक वीक्षक 25 परीक्षार्थियों की जांच करेंगे। इसके साथ ही प्रत्येक परीक्षा केंद्र के पास बाउंड्री और पुलिस बल की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
समिति ने परीक्षा के सफल संचालन के लिए कंट्रोल रूम की स्थापना की है, जो 31 जनवरी से 15 फरवरी तक कार्य करेगा। परीक्षा से संबंधित किसी भी समस्या की सूचना कंट्रोल रूम के नंबर 0612-2232257 या 0612-2232227 पर दी जा सकती है।
एडमिट कार्ड में गड़बड़ी पर विशेष ध्यान
आनंद किशोर ने परीक्षार्थियों को सलाह दी है कि अगर उनका एडमिट कार्ड गुम हो गया हो या उसमें कोई गड़बड़ी हो, तो पहचान पत्र (जैसे आधार कार्ड या वोटर आईडी) के साथ परीक्षा केंद्र पर जाएं। इसके अलावा, छात्रों को जूता-मोजा पहनकर परीक्षा में बैठने की अनुमति दी गई है, जो 1 से 5 फरवरी तक लागू रहेगी। इस बार की परीक्षा व्यवस्था में कई महत्वपूर्ण बदलाव और सुधार किए गए हैं, ताकि छात्रों को बेहतर और सुरक्षित परीक्षा वातावरण मिले।