राजधानी रांची के मेन रोड में हुए 10 जून को हिंसात्मक प्रदर्शन के बाद पुलिस प्रशासन पूरी तरह रेस में है। इसे लेकर रांची के न्यू पुलिस लाइन पुलिस पदाधिकारियों को ब्रीफिंग की जा रही है। इस दौरान रांची के डीआईजी, एसएसपी, सिटी एसपी सहित कई पुलिस पदाधिकारी मौजूद रहे। पुलिस कर्मियों और और पदाधिकारियों को सुरक्षा कवच के साथ कई दिशा-निर्देश भी दिए गए। टियर गैस, वाटर कैनन, ब्रज वाहन, सहित लाठी पार्टी की भी ट्रेनिंग दी गई। वही दंगाइयों और उपद्रवियों से निपटने के लिए भी कई दिशा निर्देश भी दिए गए। फिर से गत 10 जून की घटना की पुनरावृति न हो इसको लेकर खुफिया विभाग की रिपोर्ट के आधार पर संवेदनशील इलाकों में पुलिस की निगरानी बढ़ा दी गई है।
सिविल ड्रेस में भी पुलिस की तैनाती
रांची डीआईजी अनिश गुप्ता, रांची एसएसपी सुरेंद्र झा लगातार पल-पल की जानकारी ले रहे हैं। सिटी एसपी आर अंशुमन भी अपनी टीम के साथ मुस्तैद हैं। पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था देखने को मिल रही है। मेन रोड समेत शहर में सुरक्षा के तगड़े इंतजामात किए गए है। पुलिस की तैनाती के साथ बेरिकेटिंग आदि की व्यवस्था की गई थी। हिदपीढ़ी, डोरंडा जैसे संवेदनशील इलाको को सील कर दिया गया है। इलाके में भारी संख्या मे पुलिस बल तैनात किया गया है। सिविल ड्रेस में भी पुलिस की तैनाती की गई। जिससे कि किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखी जा सके।
पोस्टर का जेएमएम ने किया विरोध
बीते सोमवार को राज्यपाल रमेश बैस ने डीजीपी, एडीजी अभियान, रांची डीसी और एसएसपी को राज भवन में तलब किया था। मेन रोड में हिसा घटना पर विस्तृत जानकारी ली। उन्होने इस दौरान कहा कि सभी प्रदर्शनकारियों और पकड़े गए लोगों का विवरण प्राप्त करें, उनके नाम/पते सार्वजनिक करें, शहर में मुख्य स्थानों पर उनकी तस्वीरें प्रदर्शित करके उनके होर्डिंग बनाएं ताकि जनता भी उन्हें पहचान सके और पुलिस की मदद कर सके। इसके बाद पुलिस मामले को गंभीरता से लिया और शहर के मुख्य चौक चौराहे पर 33 आरोपी का दो पोस्टर लगाना शुरु किया तो जेएमएम ने इसका विरोध किया।