राजधानी रांची के मेन रोड़ में 10 जून को हुई हिंसा के बाद संदिग्ध आरोपियों के पोस्टर लगाये जाने के मामले में गृह सचिव विभाग ने नाराजगी जतायी है। वहीं इस मामले में गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव राजीव अरूण एक्का ने रांची के एसएसपी सुरेन्द्र कुमार झा से पोस्टर लगाए जाने के संबंध में दो दिन के भीतर स्पष्टीकरण देने के लिए कहा है।
गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव ने कहा है कि दिनांक- 10.06.2022 को रांची में हुई घटनाओं में नाजायज मजमो में कथित रूप से शामिल व्यक्तियों और हिंसा में कथित रूप से शामिल व्यक्तियों के फोटो सहित पोस्टर दिनांक 14.06.2022 को रांची पुलिस द्वारा लगाए गए, जिनमें कई व्यक्तियों के नाम एवं अन्य विवरण भी दिए गए. यह विधिसम्मत नहीं है और उच्च न्यायालय, इलाहाबाद द्वारा पी.आई.एल. संख्या-532/2020 में दिनाक 09.03.2020 को पारित न्यायादेश के विरूद्ध है।
राज्यपाल ने दिया था आदेश
बता दें कि राज्यपाल रमेश बैस ने सोमवार को डीजीपी नीरज सिन्हा से यह कहा था कि उपद्रवियों के तस्वीरों के साथ पोस्टर चौक चौराहे पर लगाया जाए। जिसके बाद रांची पुलिस ने मंगलवार को पोस्टर भी शहर के कई चौक चौराहों पर लगवा दिया लेकिन एक घंटे के भीतर ही सभी पोस्टर्स को उतरवा लिया गया। तब पुलिस ने यह कहा था कि पोस्टर में कुछ गलती है उसे संशोधन करने के बाद लगवाया जाएगा। लेकिन प्रधान सचिव के स्पष्टीकरण की मांग के बाद पूरा मामला साफ हो गया।