छात्र-छात्राएं 8वीं उत्तीर्ण होने की खबर सुनकर खुश होने की बजाय रोने लगे। दरअसल, बच्चों का स्कूल छूटने का दर्द और शिक्षक से बिछड़ने को लेकर छात्र-छात्राएं क्लास रूम में ही रोने लगे। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा, जिसे देखकर यूजर्स हैरान हो गए कि आखिर पास होने की खबर पर छात्र हंसने, गाने और नाचने की बजाय रो क्यों रहे हैं? विद्यार्थी और शिक्षक के बीच का यह सुंदर रिश्ता जमुई के सिकंदरा प्रखंड स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय कोनन में देखने को मिला।
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शिक्षक की भी आंखें हो गई नम
शिक्षक रंजीत कुमार का बच्चों के साथ काफी घनिष्ठता और मधुर संबंध था। आठवीं कक्षा उत्तीर्ण होने के बाद सभी छात्र-छात्राएं नवमी कक्षा में हाई स्कूल में नामांकन कराने के लिए जाने से पहले एक मुलाकात शिक्षक के साथ रखी गई थी। इस दौरान शिक्षक बच्चों को दिल लगाकर पढ़ाई करने और एक लक्ष्य के अनुसार आगे बढ़कर घर परिवार वालों के साथ-साथ विद्यालय व शिक्षकों का नाम रोशन करने की बात कह रहे थे। इस दौरान सभी बच्चे इमोशनल हो गए और क्लास रूम में ही फूट-फूट कर रोने लगे वहीं शिक्षक की आंखें भी नम हो गई। पूरा विद्यालय का माहौल गमगीन हो गया।
विद्यालय छोड़ते वक्त भावुक हो गए छात्र
शिक्षक रंजीत कुमार ने बताया कि वे पिछले आठ वर्षों से बच्चों से जुड़े हैं। बीतते वक्त के साथ बच्चों से उनका लगाव बढ़ता गया। वे हमेशा एक परिवार की तरह बच्चों के साथ पेश आते थे। बच्चे भी उनकी हर बात मानते थे। शिक्षक के एक बार समझाने पर समझ जाते थे। इसी का परिणाम है कि आठवीं पास करने के बाद बच्चों को विद्यालय छोड़ते वक्त बुरा लग रहा है।