CHATRA: चतरा में ग्रामीणों का बेहतर यातायात और पुल का सपना अधूरा रह गया है। पिछले 5 वर्षों से जिले के आधा दर्जन पुल का निर्माण कार्य अधर में लटका हुआ है। जिसके कारण ग्रामीणों के साथ-साथ सड़क पर होकर गुजरने वाले राहगीरों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। राज्य के मुखिया और उनके मंत्री झारखंड में विकास की बयार बहाने को लेकर तरह-तरह के वादे कर रहे हैं। लेकिन सरकार के इन खोखले वादों की असली हकीकत चतरा में पिछले 5 वर्षों से अधर पर लटके आधा दर्जन पुल बयां कर रहे हैं। झारखंड और बिहार को जोड़ने वाली चतरा गया NH-22 मुख्य मार्ग पर दो पुलों का निर्माण कार्य पिछले 5 वर्षों से भी अधिक समय से चल रहा है। लेकिन अब तक ना ही पुल का निर्माण कार्य पूरा हो सका और ना ही उन पर गाड़ियां चल सकी। इसके अलावा चतरा इटखोरी मुख्य पथ पर शहर के हेरू नदी पर निर्माणाधीन पुल और इटखोरी के बक्सा का भी निर्माण कार्य पिछले कई वर्षों से चल रहा है। लेकिन किसी का भी निर्माण कार्य अब तक पूरा नहीं किया जा सका है।