[Team insider] झारखंड के राजनीति गलियारों में पक्ष और विपक्ष का आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। भाजपा विधायक रणधीर सिंह ने गुरुवार को प्रदेश कार्यालय में प्रेसवार्ता कर कृषि विभाग में अनियमितता व भ्रष्टाचार को लेकर एक बार फिर कटघरे में खड़ा किया है। उन्होंने प्रेसवार्ता के दौरान राज्य के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख पर भी विभाग में पकड़ न होने का आरोप लगाया। कहा दो वर्षों का कार्यकाल हेमंत सरकार की विफलताओं से भरा पड़ा है। कृषि मंत्री केवल खानापूर्ति करने का कार्य कर रहे हैं। राज्य के किसानों के साथ अन्याय हो रहा है।
भाजपा की नेताओं की लिंचिंग करने की तैयारी में लगे हुए हैं: राकेश सिंह
वहीं इस पर कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता राकेश सिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी में खुद ही एक दूसरे की बातों का समर्थन नहीं करते हैं। भाजपा गठबंधन सरकार को गिरने की तैयारी नहीं कर रही है बल्कि भाजपा के नेता स्वयं भाजपा की नेताओं की लिंचिंग करने की तैयारी में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा एक तरफ बाबूलाल मरांडी सिमडेगा जाते हैं, वहां सिमडेगा की घटना को लेकर सीबीआई जांच की मांग करते हैं। उसके तुरंत दूसरे दिन रघुवर दास पहुंचते हैं और फिर दीपक प्रकाश बयान देते हैं कि सिमडेगा की घटना की सीआईडी जांच होनी चाहिए।
नये विकास की आयाम को खींच रही है महागठबंधन की सरकार
भाजपा के नेता प्रेस कांफ्रेंस करके महागठबंधन सरकार के पर सिर्फ इल्जाम लगाती है। यह राज्य की जनता जानती है। अगर भारतीय जनता पार्टी के शासनकाल में थोड़ा भी विकास की ओर अग्रसर होता तो उनके मुखिया समेत पूर्ण बहुमत की सरकार धाराशाही नहीं होती। इस राज्य में जो विकास की आयाम रघुवर दास नहीं खींच सके, वह नये विकास की आयाम को महागठबंधन की सरकार खींच रही है।