बगहा: चार दिनों तक भिखनाठोरी के क्षेत्रों में घूमने के बाद बाध जंगल लौट गया है। इसकी पुष्टि वन विभाग ने की है। इस दौरान बाघ ने कई बकरियों को अपना शिकार बनाया। बाघ के जंगल में लौटने की सूचना मिलने पर लोगों ने राहत की सांस ली। बता दें कि गौनाहा के वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना अंतर्गत भारत-नेपाल सीमा पर स्थित भिखनाठोरी के क्षेत्रों में चार दिनों से बाघ भटक रहा था। जो अब जंगल लौट गया है। इसकी पुष्टि वन विभाग ने की है। वही जंगल में बाघ लौटने की पुष्टि के बाद लोगों ने राहत की सांस ली है। विदित हो कि तीन दिन पहले भिखनाठोरी में मुन्ना खां, तनुजा देवी, हुसैन खां व उमेश सहनी के बकरियों को बाघ ने शिकार बनाया था। जिसके बाद बाघ रेस्क्यू के लिए वन कर्मियों के द्वारा दो जगह केज लगाया गया था।
भिखनाठोरी, सहोदरा, दोमाठ, जमुनिया, प्रेम आदि क्षेत्रों में गहन रूप से वनकर्मी बाघ के पगमार्क ट्रैकिंग में लगे हुए थे। रेंजर सुनील कुमार पाठक ने बताया कि बाघ जंगल में लौट गया है। लेकिन टाइगर रिजर्व प्रशासन उसकी गतिविधियों पर लगातार निगरानी रखे हुए हैं। लोगों को डरने की जरूरत नहीं है। कहीं से भी किसी जानवर को जंगल से बाहर निकलने की सूचना मिलती है वन विभाग को सूचना दें।
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