बेतिया: प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा इंटरनेशनल टाइगर डे के अवसर पर एक रिपोर्ट जारी की गई है। इस रिपोर्ट के अनुसार 54 बाघों के साथ वीटीआर को 31वां स्थान प्राप्त हुआ है इस बार एनटीसीए अर्थात नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी के द्वारा वाल्मीकि प्रोजेक्ट टाइगर में बाघों की संख्या को लेकर मैनेजमेंट इफेक्टिव इवैल्यूएशन ने 75.26 अंक देकर वेरी गुड का दर्जा दिया है। वहीं 94.53 अंक के साथ केरल का पेरियार टाइगर रिजर्व एक नंबर घोषित किया गया है। जबकि दूसरे नंबर पर मध्य प्रदेश का सतपुड़ा और तीसरे नंबर पर कर्नाटक का बांदीपुर है।
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वीटीआर में 54 बाघ की मौजूदगी पर लगी मोहर
बता दें कि रिपोर्ट जारी करने से पहले 500 से अधिक ट्रैप कैमरा के द्वारा 6 महीने तक लगातार बाघों की तस्वीरों और चहल कदमी पर नजर रखी गई है। जिसके बाद एनटीसीए और डब्ल्यूडब्ल्यूएफ की कड़ी मेहनत के बाद कई वैज्ञानिक पद्धति की मदद से बाघों की गिनती पूरी की गई है, जिसके आधार पर बीटीआर में 54 बाघ की मौजूदगी पर मोहर लगा दी गई है। जिसके बाद देश के कुल 51 टाइगर रिजर्व में वीटीआर को 31वां स्थान मिला है।
इसके पहले के टाइगर सेंसेक्स में वीटीआर में बाघों की संख्या 50 बताई गई थी लेकिन एक साल के अंदर चार बाघ की बढ़ोतरी हुई, जिससे इसकी संख्या बढ़कर 54 हो गई है। वीटीआर के निदेशक सह संरक्षक नेशामनी ने इस सफलता के लिए सभी वन कर्मियों और जिले वासियों के सहयोग के प्रति आभार व्यक्त किया है। वीटीआर में 2006 में महज 10 बाघ थे जो कि 2023 में 54 हो गए है। जारी रिपोर्ट के आधार पर वीटीआर में लगभग 6% ग्रास लैंड की बढ़ोतरी हुई है जिसके कारण बाघों को बेहतर हैबिटेट मिलने लगा है और यही वजह है कि बाघों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है।