बिहार लोक सेवा आयोग के 68 वीं मुख्य परीक्षा पटना के विभिन्न केंद्रों पर आयोजित हुई। शुक्रवार को प्रथम पत्र की परीक्षा में भारतीय इतिहास, स्वतंत्रता संग्राम, कला एवं साहित्य दर्शन, राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रम तथा सांख्यिकी से प्रश्न पूछे गए। परीक्षा विशेषज्ञ गुरु रहमान ने बताया कि प्रश्नों को गहराई से समझने के लिए विषयों की गहनता से अध्ययन जरूरी है। इस बार के जो प्रश्न पूछे गए थे वह मुख्य रूप से अवधारणाओं पर आधारित प्रश्न थे।
आधुनिक काल से पहले प्रश्न पूछे जाने की परंपरा रही है
परीक्षा विशेष गुरु रहमान ने बताया कि भारतीय इतिहास संस्कृति तथा कला साहित्य की बात की जाए तो भारत सरकार अधिनियम 1858, बिरसा मुंडा विद्रोह, नील विद्रोह, पटना कलम चित्रकला, राष्ट्रीय आंदोलन के उदय के कारण एवं प्रभाव, बिहार में तकनीकी शिक्षा का प्रचार- प्रसार तथा प्राचीन काल में भारत में हुए मंदिरों के निर्माण, रविंद्र नाथ टैगोर आदि पर प्रश्न पूछे गए थे। आधुनिक काल से पहले प्रश्न पूछे जाने की परंपरा रही है, परंतु इस बार के प्रश्नपत्र प्राचीन भारत से पूछे गए हैं। वहीं राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय प्रश्नों की बात की जाए तो यह स्काउट एवं गाइड, संघ लोक सेवा आयोग पर प्रश्न, बिहार में सौर ऊर्जा के उत्पादन पर प्रश्न, सात निश्चय पार्ट 2 तथा शिक्षा में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की भूमिका तथा कैंपस खोलने पर प्रश्न पूछे गए थे।