श्रद्धा वाल्कर की ह’त्या मामले की सुनवाई शुरू हो चुकी है। आरोपी आफताब पुलिस कस्टडी में है। दिल्ली की साकेत कोर्ट ने इस जघन्य हत्याकांड के आरोपी आफताब की कस्टडी को बढ़ा भी दिया है। ह’त्या की बात तो आफताब ने कबूल कर ली है। लेकिन अब कोर्ट में कई ऐसी बातें कर रहा है जो सफेद झूठ के अलावा कुछ नहीं लगती।
हत्या के कारण पर विक्टिम कार्ड
आफताब ने श्रद्धा की ह’त्या की। उसके बाद उसके ला’श के टुकड़े किए। उन टुकड़ों को दुनिया की नजरों से बचाने के लिए उसने बड़ा फ्रिज खरीदा। इसके बाद टुकड़ों को ठिकाना भी एक बार में नहीं लगाया, बल्कि कई दिनों तक यह सिलसिला जारी रखा। इसके बाद भी कोर्ट में झूठ बोलने पर आमादा है आफताब। ह’त्या के कारण पर कोर्ट में आफताब ने जो जवाब दिया है, वो कहीं से सच नहीं लगता।
गुस्से में ही की हत्या?
कोर्ट को आफताब ने बताया कि उसने श्रद्धा के ह’त्या की प्लानिंग नहीं की थी। जो भी हुआ वो बस ‘Heat of the Moment’ था। यानि गुस्से में ऐसा हो गया। अब यह सफेद झूठ इसलिए लग रहा है क्योंकि श्रद्धा की जान ही नहीं गई है, उसकी ला’श के साथ बर्बरता हुई है। ऐसे में आफताब के बयान पर कई सवाल उठ रहे हैं।
आफताब के बयान पर उठ रहे ये सवाल
- अगर श्रद्धा पर पहला वार गुस्से में हो गया, तो उसकी जान कैसे चली गई?
- ह’त्या गलती से हुई तो आफताब ने पुलिस को खुद से सूचना क्यों नहीं दी?
- गुस्से में किए गए वार से अगर जान चली गई तो उसके ला’श के टुकड़े क्यों किए?
- म’र्डर के बाद ला’श के टुकड़े करना और फिर उन टुकड़ों को कई दिनों तक अलग अलग स्थानों पर फेंकना ‘Heat of the Moment’ कैसे हो सकता है?
अब विक्टिम कार्ड खेल रहा आफताब?
दरअसल, अब आफताब विक्टिम कार्ड खेलने का प्रयास कर रहा है। वो इसे ‘Heat of the Moment’ इसलिए बता रहा है क्योंकि उसके इस जघन्य और घिनौने अपराध को ‘गलती’ की श्रेणी में रखा जाए। वैसे नार्को टेस्ट से पहले आफताब का पॉलीग्राफ टेस्ट होगा। दिल्ली पुलिस ने सोमवार को कोर्ट से आफताब का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की इजाजत मांगी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार आफताब ने भी अपनी सहमति दे दी है।