बिहार में सत्ता के अन्य चेहरे तो बदल गए, लेकिन सीएम पद के चेहरे में कोई बदलाव नहीं है। सीएम की कुर्सी पर नीतीश कुमार लगातार बने हुए हैं। तीसरे नंबर की पार्टी होने के बावजूद भाजपा उन्हें सीएम बनाया। अमित शाह पटना आए तो 2025 में भी सीएम के लिए नीतीश का नाम आगे कर दिया। नीतीश ने भाजपा को सत्ता से बाहर किया तो तेजस्वी भी ना-ना कहते नीतीश को ही सीएम मान लिए। लेकिन बिहार की जनता का मूड कुछ और ही है। चर्चा तो यह होने लगी कि नीतीश ने सत्ता से भाजपा को हटाकर राजद का साथ इसलिए दिया है क्योंकि वे 2024 में पीएम पद का उम्मीदवार बनना चाहते हैं। जबकि सर्वे बता रहा है कि नीतीश कुमार अब बिहार में भी सीएम पद पर लोकप्रिय नहीं हैं।
दूसरे नंबर पर खिसके नीतीश
एक वक्त था जब नीतीश कुमार सीएम पद के सबसे अधिक लोगों की पसंद थे। चुनाव के नतीजे जो रहे हों, नीतीश की पार्टी को जितनी भी सीटें मिली हों, सीएम के रूप में नीतीश कुमार बिहार के किसी भी नेता से अधिक लोकप्रिय थे। लेकिन अब यह परिस्थिति बदल गई है। आज तक न्यूज चैनल और C – Voter ने बिहार की मौजूदा परिस्थितियों के हिसाब से एक सर्वे किया है। इस सर्वे के अनुसार नीतीश कुमार अब सीएम फेस के रूप में नीतीश कुमार बिहार के लोगों की पहली पसंद नहीं हैं। वे अब दूसरे स्थान पर खिसक गए हैं।
नीतीश को पछाड़, तेजस्वी टॉप पर
बिहार की मौजूदा राजनीति का सबसे बड़ा लाभ तेजस्वी यादव को मिला है। तेजस्वी यादव की पार्टी राजद पर लोगों को भरोसा हो या ना हो, सीएम के रूप में तेजस्वी यादव बिहार की जनता की पहली पसंद बन गए हैं। C-VOTER सर्वे के अनुसार तेजस्वी यादव को बिहारी की 43 फीसदी जनता बेहतर सीएम मानने लगी है। जबकि दूसरे नंबर पर मौजूद नीतीश कुमार को 24 फीसदी जनता बेहतर सीएम मानती है।
भाजपा के नेताओं का ग्राफ डाउन
वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों में सबसे बिहार में सबसे बड़ा नुकसान भाजपा को हुआ है। बिहार में भाजपा के कई फायर ब्रांड नेता हैं। नित्यानंद राय, गिरिराज सिंह, सुशील मोदी, सम्राट चौधरी समेत कई नेताओं की छवि जनता के मन में बड़े नेता वाली छवि बना रखी है। लेकिन ये सभी मिलकर भी भाजपा को एक सीएम फेस नहीं दे सके। भाजपा के सीएम के लिए बिहार की सिर्फ 19 फीसदी जनता ही उत्साहित है।
महिलाओं में भी ‘अलोकप्रिय’ हो गए नीतीश!
वैसे तो सीएम नीतीश कुमार महिलाओं के लिए योजनाओं की लंबी लिस्ट बना रखे हैं। नीतीश कहते रहे हैं कि महिलाओं के कहने पर ही उन्होंने शराबबंदी की। लेकिन C-VOTER के सर्वे के मुताबिक नीतीश कुमार अब महिलाओं में भी अलोकप्रिय हो गए हैं। सर्वे के मुताबिक 44 फीसदी महिलाएं तेजस्वी को CM की पहली पसंद मान रही हैं। जबकि नीतीश को सीएम के रूप में सिर्फ 23.3 फीसदी महिलाएं पसंद कर रही हैं।