गृह मंत्रालय ने बीते मंगलवार को दो वर्षों में हुईं Custodial Deaths के आंकड़ों की जानकारी दी है। इस डेटा के मुताबिक UP इस सूची में टॉप पर है, जहां 952 कस्टोडियल डेथ हुई है। जबकि दूसरे नंबर पश्चिम बंगाल है, जहां 442 कस्टोडियल डेथ हुई है। बिहार तीसरे नंबर पर है। यहां कस्टोडियल डेथ की संख्या 396 है।
2021-22 में अधिक मामले
कस्टोडियल डेथ के मामले में पांच टॉप राज्यों में मामले बढ़े हैं। 2020-21 के मुकाबले 2021-22 के आंकड़ों में बढ़ोतरी हुई है। वर्ष 2020-21 में उत्तर प्रदेश में 451 मामले सामने आए थे। जबकि 2021-22 में मामलों की संख्या 501 हो गई। वहीं पश्चिम बंगाल में 2020-21 में 185 मामले थे, अगले साल 257 हो गए। बिहार में पहले 159 मामले थे, 2021-22 में 237 हो गए।
ओड़िशा-सिक्किम में घटे मामले
कस्टोडियल डेथ के मामले ओड़िशा और सिक्किम में घटे हैं। 2020-21 में ओड़िशा में ऐसे 93 मामले सामने आए थे। अगले साल यह संख्या 67 रही। वहीं सिक्किम में 2020-21 में चार मामले हुए जो 2021-22 में दो रहे। दादरा नगर हवेली, दमन दीव, लद्दाख, लक्षद्वीप में कस्टोडियल डेथ का कोई मामला सामने नहीं आया।
कस्टोडियल डेथ के मामले में टॉप राज्य
- उत्तर प्रदेश : 952
- पश्चिम बंगाल : 442
- बिहार : 396
- मध्य प्रदेश : 363
- महाराष्ट्र : 340