Shraddha Murder case: श्रद्धा वाकर के हत्यारे आफताब पूनावाला की जाति को लेकर इस समय सोशल मीडिया पर सवाल किए जा रहे हैं। आफताब ने श्रद्धा की हत्या कर उसकी बॉडी को दिल्ली के छतरपुर जंगलों में फेंका गया। इस पूरे मामले में आरोपी आफताब पूनावाला के धर्म के बारे में सबसे अधिक सर्च किया जा रहा है। वहीं, हत्या के पीछे बड़ी साजिश की भी आशंका जताई जा रही है।
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बेख़ौफ़ नजर आ रहा आफताब
आफताब पूनावाला मुस्लिम है या पारसी? यह सवाल इस समय सोशल मीडिया पर पूछा जा रहा है। जवाब गूगल से भी किया जा रहा है। सर्च में सबसे अधिक यही मामला आ रहा है। वहीं, श्रद्धा हत्याकांड में बड़ी साजिश की आशंका भी जताई जा रही है। इन तमाम मामलों के बीच आफताब लोगों के बीच चर्चा के केंद्र में है। सवाल यह भी आखिर आफताब इस पूरे घटना को अंजाम देने के बाद किसी प्रकार के भय या पछतावे की आग में तो नहीं जल रहा? इसका सीधा जवाब यह है कि आफताब के चेहरे पर श्रद्धा को लेकर किसी प्रकार का गम या पछतावा का भाव अब तक नजर नहीं आया है।
“मामले को धर्म से जोड़ना गलत“
आफताब के धर्म को लेकर जिस प्रकार की चर्चा चल रही है, उसमें साफ हो रहा है कि वह पारसी समुदाय से नहीं आता है। दरअसल, पूनावाला जैसे टाइटल पारसी भी लगाते हैं, इसलिए कन्फ्यूजन हो रहा है। दिल्ली के छात्रों का इस घटना पर कहना है कि छात्रों का कहना है कि इस मामले को धर्म से नहीं जोड़ना चाहिए। छात्रों ने कहा कि जो 35 टुकड़े करके फेंक रहा है, वो तो इंसान ही नहीं है।
इस हत्याकांड के लिए सिर्फ मुसलमानों को टारगेट नहीं करना चाहिए। इस मामले में देश को एक साथ खड़े होना चाहिए, ताकि इंसाफ मिल सके। छात्रों ने लिव इन रिलेशनशिप को लेकर कहा कि ये गलत बात नहीं है। हालांकि अगर आपका परिवार इसके लिए आपको टोक रहा है, तो उनके प्वाइंट को भी समझना चाहिए। प्यार में अंधे होने से बात नहीं बनेगी। श्रद्धा हत्याकांड मामले में अगर आरोपी हिंदू भी होता तो उसका साथ नहीं दिया जा सकता था।
आफताब से डरे हुए हैं श्रद्धा के दोस्त
छात्रों ने कहा कि किसी के 35 टुकड़े करना और 18 दिन में दो-दो टुकड़े ले जाकर फेंकना, इसका किसी धर्म से कोई लेना देना नहीं है। ऐसे मामले में सरकार को ऑन द स्पॉट फैसला लेना चाहिए। श्रद्धा हत्याकांड के बाद सरकार को बड़ा फैसला लेने की जरूरत है, ताकि अपराधियों को कड़ा मैसेज दिया जा सके। वहीं, महाराष्ट्र के पालघर की रहने वाली श्रद्धा वालकर के एक करीबी मित्र का कहना है कि उसकी हत्या के पीछे ‘बड़ी साजिश’ हो सकती है।
एक अन्य दोस्त ने दावा किया कि उसने एक बार संदेह जताया था कि आफताब पूनावाला उसकी हत्या कर सकता है। दरअसल, करीब छह माह पहले दिल्ली के महरौली इलाके में एक वीभत्स घटना में अफताब पूनावाला ने अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्धा की गला घोंटकर कथित रूप से हत्या कर दी। उसके शव के करीब 35 टुकड़े कर उन्हें लगभग तीन सप्ताह तक 300 लीटर की क्षमता वाले फ्रिज में रखा और एक के बाद एक कर उन्हें राष्ट्रीय राजधानी के विभिन्न हिस्सों में फेंक दिया।
श्रद्धा के दोस्तों का दावा
आफताब पूनावाला 28 साल का युवक है। श्रद्धा वाकर की इस साल मई में हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। पालघर जिले के वसई शहर में मानिकपुर पुलिस के अनुसार, मास मीडिया में स्नातक श्रद्धा वालकर मुंबई के मलाड इलाके के एक कॉल सेंटर में काम करती थी। 2019 में डेटिंग ऐप बम्बल के माध्यम से पूनावाला से मिली थी। श्रद्धा वाकर के एक दोस्त ने दावा किया कि जब श्रद्धा मुंबई के पास वसई शहर में रह रही थी, तब एक बार उसने मुझे मैसेज किया। मुझसे आ कर उसे ले जाने को कहा। उसने कहा था कि अगर वह वहां रही तो उसे आफताब मार डालेगा। उसने कहा कि इसके बाद कुछ दोस्तों ने आफताब पूनावाला के पास जा कर उसे चेताया था।
दोस्त ने कहा कि तब हम आफताब के खिलाफ पुलिस से संपर्क करने जा रहे थे, लेकिन श्रद्धा ने हमें उस वक्त रोक दिया। दोस्त का दावा है कि उसकी और श्रद्धा की बातचीत जुलाई में श्रद्धा के ही मोबाइल फोन पर टेक्स्ट मैसेज के जरिए हुई थी। इसके बाद वह श्रद्धा से संपर्क नहीं कर पाया और उसे उसके बारे में चिंता होने लगी थी। फिर उसने श्रद्धा के परिवार वालों को सतर्क किया था। उसने कहा कि श्रद्धा उसके किसी भी मैसेज का जवाब नहीं दे रही थी। उसका मोबाइल फोन भी बंद आ रहा था। तब दोस्त ने अन्य दोस्तों से श्रद्धा के बारे में पूछा। कोई जानकारी न मिलने पर उसने श्रद्धा के भाई से कहा कि अब पुलिस से संपर्क करना उचित होगा।
श्रद्धा के एक अन्य करीबी मित्र ने कहा कि पुलिस को पूनावाला और उसकी पृष्ठभूमि के बारे में पता लगाना चाहिए। हो सकता है कि यह हत्या एक बड़ी साजिश हो। उसने कहा कि श्रद्धा मास मीडिया में स्नातक करने के बाद पत्रकार बनना चाहती थी, वह रंगमंच भी करती थी। वह बहुत सक्रिय थी और उसका आकर्षक व्यक्तित्व था। दोस्त ने कहा कि उन लोगों ने 2018 में श्रद्धा में बदलाव महसूस किया। उसने कहा कि वह हमेशा व्यथित रहती थी। श्रद्धा के दोस्त ने कहा कि मेरे विचार से यह वही समय था, जब आफताब उसके जीवन में आया। उसने कहा कि उन्हें 2019 में पूनावाला और श्रद्धा के संबंधों का पता चला। उस समय मुझे आफताब एक ‘सामान्य आदमी’ लगा था।
दोस्त ने कहा कि श्रद्धा और आफताब ‘लिव-इन रिलेशनशिप’ में थे। बाद में एक साथ काम करने की आपसी सहमति बनने के बाद वे दिल्ली चले गए। उसने कहा कि हमें कुछ समय पहले पता चला कि श्रद्धा लापता है। अब यह सामने आया कि उसकी निर्मम हत्या कर दी गई… शायद कोई बड़ा षड्यंत्र हो सकता है। केंद्रीय मंत्री और बेगूसराय के सांसद गिरिराज सिंह ने दिल्ली में टुकड़े-टुकड़े कर एक हिंदू लडकी की हत्या कर देने की घटना पर चिंता प्रकट करते हुए ऐसी घटनाओं को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि देश में मुस्लिम युवकों द्वारा लव जिहाद एक मिशन चलाया जा रहा है।
गिरिराज सिंह ने मामले को कहा लव जिहाद
बेगूसराय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए गिरिराज सिंह ने दिल्ली में हिंदू लड़की की मुस्लिम युवक के द्वारा टुकड़े-टुकड़े कर हत्या करने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है, एक मुस्लिम युवक ने हिंदू लड़की की हत्या कर दी। उन्होंने कहा कि देश में मुस्लिम युवक द्वारा लव जिहाद मिशन के रूप में चलाया जा रहा है। दिल्ली में हिंदू लड़की की जिस तरीके से टुकड़े-टुकड़े कर हत्या कर दी गई है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। अब यह मामला गरमा गया है। आफताब के नार्को टेस्ट कराने की भी तैयारी की जा रही है।