तेलंगाना में नई सरकार के शपथ ग्रहण के बाद से सियासी पारा हाई है। आज तेलंगाना में AIMIM विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी ने प्रोटेम स्पीकर के रूप में शपथ ली है। जिसके बाद से तेलंगाना में सियासी गहमागहमी और तेज हो गई है। भाजपा इसका कड़ा विरोध कर रही है। भाजपा ने ऐलान किया है कि उसके विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी के सामने शपथ नहीं लेंगे।
प्रोटेम स्पीकर बने अकबरुद्दीन ओवैसी
दरअसल आज तेलंगाना कि राज्यपाल तमिलिसाई साउंडराजन ने राजभवन में अकबरुद्दीन ओवैसी को प्रोटेम स्पीकर के रूप में शपथ दिलाई। राज्यपाल द्वारा जारी एक अधिसूचना के अनुसार, भारत के संविधान के अनुच्छेद 178 के तहत अध्यक्ष चुने जाने तक ओवैसी अध्यक्ष के कर्तव्यों का पालन करेंगे। इस तरह विधानसभा की पहली बैठक में अकबरुद्दीन ओवैसी ही विधानसभा अध्यक्ष की भूमिका में रहेंगे। उनकी उपस्थिति में ही चुने गए विधायक विधानसभा में शपथ लेंगे। लेकिन भाजपा नेताओं ने उनके पद संभालने पर शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार करने की धमकी दी है।
टी. राजा का फूटा गुस्सा
अकबरुद्दीन ओवैसी को प्रोटेम स्पीकर बनाए जाने को लेकर भाजपा विधायक टी. राजा का गुस्सा फूटा। उन्होंने कहा कि “क्या मैं उस व्यक्ति (अकबरुद्दीन औवेसी) के सामने शपथ ले सकता हूं, जिसने अतीत में हिंदू विरोधी टिप्पणियां की थीं? यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। कांग्रेस की सरकार बनने और रेवंत रेड्डी के सीएम बनने के बाद कांग्रेस का असली चेहरा सामने आ गया है। रेवंत रेड्डी हर बार बयान देते थे कि बीजेपी एआईएमआईएम और बीआरएस एक हैं लेकिन तेलंगाना की जनता जान गई है कि कौन किसके साथ है। हम ऐसे व्यक्ति के सामने शपथ नहीं लेंगे। हम बहिष्कार करेंगे।”