अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने जातीय जनगणना के मुद्दे पर प्रमुखता से आगे बढ़ने का फैसला किया है। सोमवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी में जातीय जनगणना को लेकर सर्वसम्मति बनी। वर्किंग कमेटी की बैठक के बाद राहुल गांधी ने कहा कि समिति ने एक ऐतिहासिक फैसला लिया है। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने साफ किया कि कांग्रेस शासित राज्यों में जातीय जनगणना कराई जाएगी। राहुल गांधी ने कहा कि अब देश जातीय जनगणना चाहता है।
कांग्रेस शासित राज्यों चार मुख्यमंत्री बैठक में शामिल
कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक सोमवार को हुई। बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू सहित पार्टी के कई नेता शामिल हुए। बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि हमने सर्वसम्मित से सीडब्ल्यूसी की मीटिंग में जातीय गणना पर सहमति जताई। उन्होंने कहा कि जातीय गणना को लेकर हम राजस्थान, छत्तीसगढ़ और हिमाचल प्रदेश सहित अन्य कांग्रेस शासित राज्यों में आगे बढ़ेंगे।
राहुल बोले – ”INDIA” गठबंधन की पार्टियां भी सहमति जताई
राहुल गांधी ने कहा कि पूरी कांग्रेस पार्टी ने यह फैसला लिया है। ”INDIA” गठबंधन की अधिकतर पार्टियों ने भी जातिगत जनगणना पर सहमति जताई है। कुछ पार्टियों को दिक्कत हो सकती है, लेकिन ठीक है। हम फासीवादी पार्टी नहीं है। राहुल ने आगे कहा कि यह धर्म या जाति के बारे में नहीं है। यह गरीब तबके के बारे में है। यह जातिगत जनगणना गरीब लोगों के लिए है। फिलहाल दे भारत हैं। एक अडानी का भारत और दूसरा गरीबों का भारत। हमें इस नए एक्सरे की जरूरत है।