[Team Insider]: कोरोना संक्रमण (Corona Infection) के बढ़ते प्रसार कप देखते हुए, केंद्र सरकार ने वायरस के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए नया दिशा निर्देश (Guidelines) जारी किया है। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (Union Ministry of Health and Family Welfare) द्वारा जारी नए निर्देश के अनुसार, केंद्र ने जिला और उप-जिला स्तर पर कोविड-19 नियंत्रण कक्षों को फिर से स्थापित करने का निर्णय लिया है ताकि एम्बुलेंस परिवहन, बुकिंग जैसी सेवाओं तक आसानी से पहुंच सुनिश्चित की जा सके। पिछले 24 घंटों में 495 नए मामले दर्ज किए जाने के बाद भारत में ओमीक्रोन संक्रमणों (Omicron Infections) की संख्या बढ़कर 2,630 हो गई है, जिसमें महाराष्ट्र और दिल्ली सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।
जिला एवं उप-जिला स्तरीय कोविड-19 नियंत्रण कक्षों के लिए निर्देश:
- नियंत्रण कक्ष में अन्य संबंधित कर्मचारियों के साथ-साथ चिकित्सा डॉक्टरों, परामर्शदाताओं और स्वयं सेवकों के साथ पर्याप्त रूप से कर्मचारी होंगे, और निर्दिष्ट आबादी को पूरा करने के लिए पर्याप्त फोन लाइनों से लैस होंगे।
- कंप्यूटर और ब्रॉडबैंड के संदर्भ में सक्षम बुनियादी ढाँचा नियंत्रण कक्षों को निर्बाध कनेक्टिविटी के लिए प्रदान किया होना चाहिए।
- केस लोड के आधार पर, रोगियों को वैध मार्गदर्शन/सहायता प्रदान करने के लिए नियंत्रण कक्ष चौबीसों घंटे काम करते रहेंगे।
- नियंत्रण कक्षों में कोविड-19 परीक्षण केंद्रों, एम्बुलेंसों की उपलब्धता पर रीयल-टाइम डेटा होना चाहिए। इन सेवाओं का लाभ उठाने की प्रक्रिया पर कॉल करने वाले का मार्गदर्शन करने में सक्षम होना होगा।
- नियंत्रण कक्षों को निर्दिष्ट स्वास्थ्य सुविधाओं में विभिन्न प्रकार के बिस्तरों की उपलब्धता की निगरानी भी करनी होगी। लक्षणों और बिस्तरों की उपलब्धता के आधार पर आवश्यक सेवाओं का लाभ उठाने के लिए परामर्श देना चाहिए। नियंत्रण कक्षों द्वारा बिस्तरों के आवंटन के लिए स्पष्ट और पारदर्शी व्यवस्था सुनिश्चित करनी होगी।
- प्रत्येक नियंत्रण कक्ष को एम्बुलेंस आवश्यकता के अनुसार रोगियों के परिवहन के लिए एरिया केस लोड के आधार पर आवंटित की जाएगी।
- नियंत्रण कक्ष होम आइसोलेशन के तहत मरीजों को उनकी स्थिति की नियमित निगरानी के लिए आउटबाउंड कॉल करने के लिए भी जिम्मेदार होंगे।
- नियंत्रण कक्षों की मुख्य जिम्मेदारियों में वे अपने अधिकार क्षेत्र में होम आइसोलेशन के तहत सभी रोगियों की दैनिक स्थिति रिपोर्ट का मिलान करें और उसे जिला प्रशासन को प्रस्तुत करें।