राज्यों में सकल घरेलू उत्पाद मामले में दिल्ली देश का नंबर 1 राज्य है। दिल्ली में एक वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद में प्रति व्यक्ति 19 हजार रुपए की बढ़ोतरी हुई है। जबकि इसी पैमाने पर बिहार 10वें स्थान पर है। 2021-22 में बिहार में सकल घरेलू उत्पाद 28,679 रुपए रही थी। जो 2022-23 में 31,280 रुपए हो गई है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है।
वर्ष 2022-23 में विभिन्न राज्यों का सकल घरेलू उत्पाद
- दिल्ली : 2,71,019 रुपए
- हरियाणा : 1,81,961 रुपए
- हिमाचल प्रदेश : 1,52,376 रुपए
- पंजाब : 1,23,614 रुपए
- राजस्थान : 86,134 रुपए
- छत्तीसगढ़ : 83,511 रुपए
- मध्य प्रदेश : 65,023 रुपए
- झारखंड : 60,033 रुपए
- उत्तर प्रदेश : 47,066 रुपए
- बिहार : 31,280 रुपए
बिहार, गुजरात, हिमाचल, झारखंड में गिरावट के बाद भी देश में खाद्यान्न उत्पादन बढ़ा
देश भर में एक वर्ष में खाद्यान्न का उत्पादन बढ़ा है। यह स्थिति तब है जब बिहार, गुजरात, हिमाचल प्रदेश व झारखंड में खाद्यान्न उत्पादन में गिरावट आई है। झारखंड में कमी सबसे ज्यादा 40% रही। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार देश में एक वर्ष में खाद्यान्न उत्पादन 4.7% बढ़ा है। 2021-22 में 3,15,615 हजार टन के मुकाबले 2022-23 में 3,30,534 हजार टन पैदावार हुई है। मध्य प्रदेश में 13.5%, पंजाब में 6.6%, राजस्थान में 8.1% और महाराष्ट्र में 3.5% खाद्यान्न उत्पादन बढ़ा है।
मजदूरी देने में मध्य प्रदेश, गुजरात, बिहार ‘फिसड्डी’
रिजर्व बैंक की रिपोर्ट के मुताबिक, केरल में निर्माण मजदूरों की दिहाड़ी सबसे ज्यादा है। वहां मजदूरों को रोज औसतन 852 रुपए मिलते हैं। जबकि दूसरे नंबर पर तमिलनाडु में मजदूरों को रोज 500 रुपए मिलते हैं। बड़े राज्यों में सबसे खराब स्थिति मध्य प्रदेश में है, जहां दिहाड़ी मजदूरी सबसे कम रोज 278 रुपए है। इसके बाद गुजरात में दिहाड़ी मजदूरी 323 रुपए है। जबकि बिहार में 342 रुपए, महाराष्ट्र में 371 रुपए, राजस्थान में 393 रुपए और उत्तर प्रदेश में 352 रुपए है।