4 राज्यों में हार का दर्द झेल रही कांग्रेस अब यह सोच रही है कि उसका दुख खत्म क्यों नहीं हो रहा। राज्यों में हारी कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में स्थिति मजबूत करने के लिए INDIA की बैठक बुलाई। 6 दिसंबर को कांग्रेस ने गठबंधन की बैठक बुलाई थी, लेकिन अब स्थगित कर दिया गया। बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार, ममता बनर्जी और अखिलेश यादव के गरम तेवर ने कांग्रेस को बैकफुट पर धकेल दिया है। इन तीनों नेताओं का बैठक से किनारे होने की चर्चा चल रही थी। इसके बाद कांग्रेस मीटिंग को टाल दिया गया है। खबर है कि अगली मीटिंग 18 दिसंबर को होगी।
हेमंत सोरेन ने भी दिया था झटका
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तो इस बैठक में साफ इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा था कि उनके पास पहले से तय कार्यक्रम हैं। जबकि मध्य प्रदेश में अपनी अवहेलना से नाराज अखिलेश ने कहा कुछ नहीं लेकिन उनके भी किनारा करने की खबर सामने थी। नीतीश कुमार के इस बैठक में से शामिल होने इनकार के बाद कांग्रेस का दम टूटने लगा था। इसके बाद जब झारखंड सीएम हेमंत सोरेन के भी नहीं शामिल होने की बात होने लगी तो कांग्रेस ने अपनी फजीहत कराने से बेहतर बैठक को ही स्थगित कर दिया।
ममता बनर्जी कहा था कि ‘मैं छह दिसंबर से 11 दिसंबर तक उत्तर बंगाल का दौरा करूंगी। मुझे छह दिसंबर को बैठक की तारीख के बारे में जानकारी नहीं थी। अगर मुझे बैठक की तारीख के बारे में पहले से पता होता तो मैं अपनी यात्रा को पुनर्निर्धारित कर सकती थी।’ माना जा रहा है कि पिछले तीन माह तो कांग्रेस ने इन पांच राज्यों में चुनाव के नाम पर अपने सहयोगियों को न सहयोग किया और न भाव दिया। अब पांच में से 4 राज्यों में हार के बाद कांग्रेस सुलह के मूड में है। तो चर्चा यह है कि अब दूसरे दल सीटों के बंटवारे के फार्मूले पर सीधे आना चाह रहे हैं।