बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा का साथ छोड़ने के कुछ माह पहले से ही पीएम नरेंद्र मोदी से दूरी बना चुके थे। उन बैठकों में भी शामिल होना छोड़ दिया, जिसमें बतौर सीएम उन्हें जाना था। भाजपा से साथ छूटने के बाद यह दूरी और बढ़ गई। नीतीश कुमार ने गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता वाली बैठकों से राज्य के गृह मंत्री का पदभार होने के बावजूद छोड़ दिया। अधिकतर बैठकों में तेजस्वी यादव को भेजा गया। लेकिन अब महीनों बाद नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी का आमना-सामना हो सकता है। इस आमना-सामना की वजह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बताई जा रही हैं।
जी 20 के लिए राष्ट्रपति ने भेजा निमंत्रण
दरअसल, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को जी 20 डिनर में शामिल होने का निमंत्रण भेजा है। यह डिनर शनिवार, नौ सितंबर को होने वाला है। इस डिनर में ही नीतीश कुमार को भी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर से निमंत्रण दिया गया है। इसी कारण यह माना जा रहा है नीतीश कुमार राष्ट्रपति का निमंत्रण नहीं टालेंगे और इस डिनर में मौजूद रहेंगे। वैसे तो सीएम कार्यालय की ओर से अभी कोई आधिकारिक सूचना जारी नहीं हुई है। लेकिन माना जा रहा है कि नीतीश कुमार इस डिनर में जा सकते हैं। अगर ऐसा हुआ तो महीनों बाद नीतीश कुमार और पीएम नरेंद्र मोदी का आमना सामना होगा।
एक साल पहले हुई थी मोदी-नीतीश की मुलाकात
पीएम नरेंद्र मोदी ओर बिहार के सीएम नीतीश कुमार की आमने-सामने की बिहार विधानसभा के शताब्दी समारोह में 12 जुलाई 2022 को पटना में हुई थी। इससे पहले यूपी के दोबारा सीएम बने योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में भी पीएम मोदी व नीतीश कुमार मिले थे। इस समारोह में शामिल होने के लिए नीतीश कुमार लखनऊ गए थे। 25 मार्च 2022 को आयोजित इसी समारोह में नीतीश कुमार की एक तस्वीर वायरल हुई थी, जिसपर कई राजनीतिक विरोधियों ने उन्हें पीएम नरेंद्र मोदी के सामने झुका हुआ बताया था। जबकि नीतीश कुमार पीएम का अभिवादन कर रहे थे। तब नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी एक ही गठबंधन के साझीदार थे। लेकिन उसके बाद गठबंधन की गांठें खुलती गईं और अगस्त 2022 में नीतीश कुमार ने एनडीए छोड़ दिया।