कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के ठीक पहले बड़ा फैसला लिया है। इसमें कांग्रेस आलाकमान ने उस प्रस्ताव को मंजूर कर लिया है, जिसमें टीएस सिंह देव को छत्तीसगढ़ में उपमुख्यमंत्री बनाने की बात कही गई थी। कांग्रेस नेतृत्व की ओर से बुधवार को देर शाम इसकी अधिसूचना जारी कर दी गई है।
कांग्रेस का यह प्रयास छत्तीसगढ़ में नेतृत्व के बीच की तल्खी को दूर करने का है। राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा आम है कि टीएस सिंह देव और छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल के बीच खास नहीं बनती। लेकिन कांग्रेस इस राज्य की सत्ता अपने हाथ से जाने नहीं देना चाहती। इसलिए चुनाव के ठीक पहले सुलह के प्रयास किए गए हैं, जो सफल दिख रहे हैं।
छत्तीसगढ़ में चार महीने बाद विधानसभा के चुनाव होने हैं। लेकिन चुनाव से पहले पार्टी की गुटबाजी ने कांग्रेस नेतृत्व को परेशान कर रही थी। लेकिन अब कांग्रेस ने यह कदम उठाकर टीएस सिंह देव की नाराजगी दूर करने की कोशिश की है। टीएस सिंहदेव अभी स्वास्थ्य मंत्री थे लेकिन अब उन्हें डिप्टी सीएम का पद दिया गया है। टीएस सिंहदेव अपने पद को लेकर नाराज चल रहे थे। माना जाता है कि टीएस सिंह देव भी सीएम बनना चाहते हैं, लेकिन भूपेश बघेल के कारण उन्हें मौका नहीं मिला।
छत्तीसगढ़ में पहली बार डिप्टी सीएम
अपने स्थापना के बाद से छत्तीसगढ़ में बनी किसी सरकार में डिप्टी सीएम का पद नहीं रहा। लेकिन कांग्रेस ने पार्टी की गुटबाजी खत्म करने के लिए छत्तीसगढ़ में पहला डिप्टी सीएम टीएस सिंह देव को बनाया है।