देश के 4 राज्यों के विधानसभा चुनावों का नतीजा आज, 3 दिसंबर को जारी होने वाला है। नवंबर माह में अलग अलग तारीखों में इन चारों राज्यों में वोटिंग हुई थी। पांचवे राज्य मिजोरम में भी नवंबर में ही वोटिंग हुई, लेकिन वहां की मतगणना 4 दिसंबर को होगी। जबकि मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना में मतगणना जारी है। इन 4 में से 3 राज्यों में भाजपा और कांग्रेस के बीच ही मुख्य मुकाबला है।
MP में कमल तय, चाहे भाजपा हो या कांग्रेस
मध्य प्रदेश में इस बार भी कमल तय ही है। भाजपा जीते तो भी जीत कमल की होगी और कांग्रेस जीते तो कमलनाथ मुख्यमंत्री बनेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की अगुवाई वाली भाजपा को इस बार कांग्रेस से कड़ी चुनौती मिली है। कांग्रेस नतीजा 2018 जैसा ही चाहती है। 2018 में यहां कांग्रेस को 230 में से 116 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। हालांकि डेढ़ साल में दल-बदल के बाद कांग्रेस से सत्ता छिन गई थी।
राजस्थान में राज-रिवाज के बीच लड़ाई
एक और बड़ा राज्य है राजस्थान, जहां के नतीजे आज घोषित होंगे। यहां भी लड़ाई कांग्रेस और भाजपा के बीच है। कांग्रेस की कोशिश है कि अपना पांच साल का राज आगे भी जारी रखेंगे। जबकि भाजपा की कोशिश उस रिवाज को कायम रखने की है, जिसमें हर चुनाव में सत्ता बदल जाती है। पिछला चुनाव अशोक गहलोत की अगुवाई में कांग्रेस जीती थी।
छत्तीसगढ़ में भाजपा-कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर
छत्तीसगढ़ में अगर हालात 2018 जैसे रहे तो टक्कर कहीं नहीं दिखेगी। लेकिन राज्य में मुख्य रूप से दावेदारी भाजपा और कांग्रेस के बीच ही है। 90 सीटों वाले छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने 68 सीटें जीतकर 2018 में सरकार बनाई थी। भाजपा को सिर्फ 15 सीटें मिली थीं। भाजपा अपना राज वापस पाने की कोशिश में है, जबकि कांग्रेस अपना राज कायम रखने की कोशिश में लड़ी है।
तेलंगाना में दोतरफा लड़ाई नहीं
जिन राज्यों में आज मतगणना हो रही है, उनमें तेलंगाना ही एक ऐसा राज्य है, जहां लड़ाई दोतरफा नहीं है। यहां सत्ताधारी बीआरएस के साथ मुख्य विपक्ष में कांग्रेस हे। जबकि भाजपा ओर AIMIM भी अपना कोण बनाने के प्रयास में हैं। एग्जिट पोल के मुताबिक कांग्रेस को तेलंगाना में सरकार बनाने का मौका मिल सकता है। वैसे फाइनल क्या होगा, यह कुछ देर में ही पता चल जाएगा। 2018 विधानसभा चुनाव में 119 में से बीआरएस (तब टीआरएस) को 88 सीटें मिली थी। वहीं कांग्रेस 21 सीटें ही हासिल कर सकी थी और भाजपा को एक ही सीट मिली थी।