नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर बिहार की सियासत गरमा गई है। राजद ने उद्घाटन का बहिष्कार करने की घोषणा की है। जिसके बाद से भाजपा , राजद पर हमलावर हो गई है। राजद का कहना है कि नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति के द्वारा होना चाहिए। जिसके बाद भाजपा की तरफ से भी प्रतिक्रिया सामने आई है। बता दें कि संसद भवन का उद्घाटन 28 मई को होना है।
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राष्ट्रपति करें उद्घाटन
राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा कि जब से हमसभी को ये पता चला है कि प्रधानमंत्री नए संसद भवन का उद्घाटन करने जा रहे हैं तो हमलोगों ने अपना पक्ष रखा। संसद का उद्घाटन राष्ट्रपति को करना चाहिए। जो पार्लियामेंट्री परंपरा और संविधान के अनुकूल होता। लेकिन प्रधानमंत्री की अपनी पसंद है, वो लोगों की सुनते ही कहां हैं। अंतत: सारे विपक्ष ने ये फैसला लिया है कि उद्घाटन का बहिष्कार किया जाए।
ताकि जब इस दौर का इतिहास लिखा जाएगा तो लोग इस बात की तस्दीक करेंगे कि अधिकांश दलों ने इस बारे में अपनी राय रखी थी कि संविधान सर्वोपरि होता है। उन्होंने कहा कि मेरा अभी भी प्रधानमंत्री से आग्रह ही कि कोर्स करेंशन करें क्योंकि इतिहास सब याद रखता है। वही बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी राष्ट्रपति का अपमान बबते हुए संसद भवन के उदघाटन का बहिष्कार करने की बात कही है।
BJP ने दिया जवाब
राजद के बहिष्कार के बाद भाजपा की तरफ से भी प्रतिक्रिया सामने आई है। बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि संसद का उद्घाटन प्रधानमंत्री नहीं करेंगे तो कौन करेगा? उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव को याद है बिहार में जो उद्घाटन हुआ है वो नीतीश कुमार ही तो किए हैं। क्या शिलापट्ट तोड़वाया जाएगा। पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ये बात कहे कि बिहार विधानसभा में जो शिलापट्ट लगा है उसे तोड़वायेंगे तब उनकी बात सुनेंगे।