बिहार में लागू शराबबंदी को लेकर भले ही विपक्ष निशाना साध रहा हो, लेकिन दूसरे राज्यों में इसे काफी सराहा जा रहा है। यही कारण है कि छत्तीसगढ़ सरकार ने शराबबंदी कानून का अध्ययन करने के लिए अपनी 17 सदस्यों की एक टीम बिहार भेजी है। छत्तीसगढ़ से अधिकारियों की टीम गुरुवार को पटना पहुंची। छत्तीसगढ़ से पटना आए 17 सदस्यीय टीम बिहार का दौरा कर शराबबंदी कानून का अध्ययन करेगी। टीम का नेतृत्व छत्तीसगढ़ मद्य निषेध विभाग के कमिश्नर कर रहे हैं। पूरी टीम आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात कर रही।
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टीम के सदस्य छत्तीसगढ़ सरकार को रिपोर्ट देगी
छत्तीसगढ़ से आई टीम बिहार के अधिकारियों के साथ बैठक कर इस कानून का अध्ययन भी करेगी। उसके बाद छत्तीसगढ़ सरकार को अपना रिपोर्ट देगी। बताया जा रहा है कि इस रिपोर्ट के बाद छत्तीसगढ़ सरकार शराबबंदी को लेकर कई निर्णय ले सकती है। दरअसल, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने विधानसभा में शराब को लेकर कहा था कि शराब सामाजिक बुराई है। छत्तीसगढ़ सीएम ने यह भी कहा था कि इसे खत्म करना है। यह किसी एक पार्टी की बात नहीं है। उन्होंने कहा कि सभी दलों को पार्टी से ऊपर सोचना चाहिए। बता दें कि बिहार में शराबबंदी कानून का अध्ययन करने के बाद यह टीम 12 मार्च को मिजोरम जाएगी। मिजोरम के बाद यह टीम छत्तीसगढ़ लौट जाएगी।