Bharat Jodo Nyay Yatra News कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की 30 जनवरी को पूर्णिया आगमन के दौरान आयोजित सभा में इंडिया गठबंधन के सभी घटक दलों के नेता मौजूद रहेंगे. पूर्णिया में राहुल गांधी की जनसभा भी होगी. इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार,राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और भाकपा माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य भी उपस्थित होंगे. इसकी जानकारी प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के बिहार के मीडिया प्रभारी प्रेमचंद्र मिश्रा ने दी.
इसके पहले पश्चिम बंगाल से होकर 29 जनवरी को राहुल गांधी अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के क्रम में सिलीगुड़ी से इस्लामपुर होते हुए किशनगंज में प्रवेश करेंगे. यात्रा के क्रम में पहली बार बिहार की सीमा में उनका आगमन होगा. 29 जनवरी को किशनगंज में राहल गांधी सभा को भी संबोधित करेंगे. 31 जनवरी को कटिहार में उनकी सभा होगी और पहली फरवरी को अररिया होते हुए उनकी यात्रा बंगाल चली जायेगी. दूसरे चरण में वे फिर सासाराम,कैमूर होते हुए औरंगाबाद में तक जायेंगे.
श्री मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राजद प्रमुख लालू प्रसाद सहित गठबंधन के सभी प्रमुख नेताओं को निमंत्रण दिया गया है. पूर्णिया की सभा में राहुल गांधी के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राजद प्रमुख लालू प्रसाद भी भाग लेंगे. उन्होंने बताया कि यात्रा के क्रम में माले नेता श्री दीपांकर भट्टाचार्य , वामपंथी दलों के नेताओं ने भी यात्रा में शामिल होने की सहमति जतायी है.
राहुल गांधी को मंदिर जाने से रोकना अन्याय
प्रेमचंद्र मिश्र ने कहा कि जब सारा देश अयोध्या में राम मंदिर का उत्सव मना रहा है, ऐसे में राहुल गांधी को मंदिर जाने से रोकना घोर अन्याय है. बताया कि राहुल फिलहाल असम में न्याय यात्रा कर रहे हैं और सोमवार को उन्हें असम के नगांव स्थित शंकरदेव मंदिर जाने से जबरन रोका गया. संवाददाता सम्मेलन में प्रेमचंद्र मिश्र के अलावे मौजूद डा मदन मोहन झा एवं विजय शंकर दूबे ने कहा कि जिस तरह सुनियोजित ढग से हिंसात्मक वारदात को अंजाम दिया जा रहा है,
उससे कांग्रेस में बेहद आक्रोश व्याप्त है. श्री मिश्र ने असम की हेमंत विश्व सरमा की भाजपा सरकार पर हमला करते हुए कहा कि भाजपा राहुल नामक लहर से बौखला गयी है. उन्होंने पुलिस की मौजूदगी में हुई हिंसात्मक घटना की न्यायिक जांच की मांग की. अपना विरोध दर्ज कराने के लिए कांग्रेस नेता व कार्यकर्ता सांकेतिक धरना भी दिया और काली पट्टी बांधकर विरोध जताया.