कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी से अत्यंत पिछड़ा वर्ग का प्रतिनिधिमंडल मुलाकात कर बिहार में अत्यंत पिछड़ा वर्ग (ईबीसी) की समाजिक-राजनीतिक समस्याओं पर आवश्यक हस्तक्षेप करने की मांग की है। प्रतिनिधिमंडल ने राहुल गांधी को बिहार में ईबीसी की समस्याओं से अवगत कराया और कहा कि ईबीसी के सामाजिक और राजनीतिक नेताओं के बीच यह शिकायत है कि उनके राजनीतिक और सामाजिक अधिकारों से उन्हें काफी हद तक वंचित कर दिया गया है जबकि ओबीसी को ईबीसी के राजनीतिक आधार वोटर से काफी लाभ देखा गया है। ईबीसी जातियों की बड़ी आबादी के कारण ही विभिन्न राजनीतिक दल ईबीसी नेताओं को काफी हद तक लुभाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि देश एवं बिहार के विकास में अपने श्रम से सर्वाधिक भागीदारी करने के बावजूद भी उपेक्षित अत्यंत पिछड़ा वर्ग को आज भी उनके हक के अनुसार राजनीतिक हिस्सेदारी नहीं मिल पाई है।
बिहार की कुल ओबीसी आबादी का आधा से ज्यादा हिस्सा उपेक्षित अत्यंत पिछड़ा वर्ग से आता है जबकि सत्ता में उनकी भागीदारी एक दहाई भी नहीं है। ऐसी स्थिति में उपेक्षित अत्यंत पिछड़ा वर्ग को समाजिक न्याय दिलाने के लिए कांग्रेस पार्टी को न सिर्फ अपनी आंतरिक संरचना में बदलाव पर अमल करने की जरूरत है बल्की अन्य स्थानों पर भी जनसंख्या के अनुपात में अत्यंत पिछड़ा वर्ग को उचित प्रतिनिधित्व दिलाने के लिए पहल करने की जरूरत है। रंजीत पंडित के अलावा प्रतिनिधिमंडल में शामिल अति पिछड़ा संघर्ष मोर्चा के पिंटू गुरुजी, नगर परिषद नोखा के सभापति राधेश्याम सिंह जी, मो. सद्दाम हुसैन और दिनेश पाल ने राहुल गांधी को सात सूत्री मांगों का एक ज्ञापन भी सौंपा। इसमें उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर जातीय जनगणना कराने और आबादी के अनुरूप समाजिक-राजनीतिक हिस्सेदारी तय करने, रोहिणी आयोग के रिपोर्ट को सार्वजनिक कराने, विभिन्न आयोगों की सिफारिशों को अत्यंत पिछड़ा वर्ग के हित में लागू करने, पिछड़ा वर्ग की तरह अत्यंत पिछड़ा वर्ग आयोग बनाने, एससी-एसटी की तरह ईबीसी सुरक्षा एक्ट बनाने के लिए जरूरी पहल करने की गुजारिश की। प्रतिनिधिमंडल ने रायपुर अधिवेशन में कांग्रेस पार्टी के संविधान में किये गए संशोधन के आलोक में कांग्रेस पार्टी की संरचना सहित अन्य स्थानों पर जनसंख्या के अनुपात में अत्यंत पिछड़ा वर्ग को उचित प्रतिनिधित्व दिलाने के लिए भी पहल करने की मांग की। रंजीत ने कहा कि राहुल गांधी जी ने इस मसले को गंभीरता से लेते हुए प्रतिनिधिमंडल को ईबीसी के साथ न्याय करने का आश्वासन दिया है। यूपी जाने के पूर्व कैमूर के दुर्गावती प्रखंड स्थित धनेछा हाईस्कूल के मैदान में अपने संबोधन में गांधी ने अति पिछड़ा वर्ग के उत्थान पर भी आवश्यक बल दिया।