जमुई सांसद और लोजपा (रामविलास) के सुप्रीमो चिराग पासवान ने मंगलवार को कहा कि चुनाव लड़ने का निर्णय पार्टी लेती है। उन्होंने कहा कि 2014 में वे एक नेता के रूप में जमुई पहुंचे थे, लेकिन 2019 से 2024 के दौरान उनकी भूमिका एक बेटे के रूप में हो गई। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में राष्ट्रीय नेताओं का निर्णय सर्वोपरि होगा।
चिराग ने कहा कि वे हाजीपुर या फिर जमुई, जहां से भी पार्टी उन्हें लड़ाएगी, वे चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि जमुई से उनका नाता हमेशा जुड़ा रहेगा। उन्होंने जमुईवासियों के प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि पिछले 10 वर्षों के कार्यकाल में उन्हें कई बाधाओं का सामना करना पड़ा।
चिराग ने कहा कि अब समय आ गया है कि वे एक नेता के रूप में नहीं, एक बेटा के रूप में जमुई की सेवा करें। उन्होंने कहा कि जिस देश या राज्य का शैक्षणिक स्तर बढ़िया रहता है, उसकी विकास दर अधिक रहती है। इसी कारण सांसद बनने के बाद उन्होंने जमुई में एक केंद्रीय विद्यालय की स्थापना की। उन्होंने कहा कि तब, राज्य एवं केंद्र के बीच तालमेल नहीं रहने से जिला प्रशासन ने विद्यालय के लिए भूमि उपलब्ध नहीं कराई।
चिराग ने कहा कि वे जमुई के विकास के लिए हर संभव प्रयास करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि वे जमुई को एक शिक्षा केंद्र के रूप में विकसित करना चाहते हैं।
यह बयान महत्वपूर्ण है क्योंकि यह चिराग पासवान के भविष्य की राजनीतिक योजनाओं पर संकेत देता है। यह बयान जमुई के लोगों के लिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह दर्शाता है कि चिराग जमुई के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं।