झारखंड की राजधानी रांची के प्रभात तारा मैदान में कल यानि 21 अप्रैल को इंडी गठबंधन की ओर से उलगुलान रैली का आयोजन किया गया है। इस आयोजन में बिहार, दिल्ली समेत कई राज्यों के बड़े नेता शामिल होंगे। रैली में राहुल गांधी से लेकर तेजस्वी यादव तक के आने की उम्मीद है। वहीं, इस रैली को लेकर विपक्ष की ओर से कटाक्ष आना शुरू हो गया है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने शनिवार को न्याय उलगुलान रैली के आयोजन पर जमकर कटाक्ष किया है।
उन्होंने पार्टी के मीडिया सेंटर में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि रविवार को सनातन विरोधियों का जमघट लगने वाला है। इसको लेकर ही तैयारी हो रही है। यह हम नहीं बल्कि झारखंड की जनता कह रही है। उन्होंने कहा कि रास्ते में बड़े-बड़े होर्डिंग लगे हुए दिखें। मन में जिज्ञासा हुई कि आखिर हो क्या रहा है। चलते-चलते एक सज्जन से पूछा तो जवाब मिला कि झारखंड के विरोधी, विकास के विरोधी, देश के विरोधी और सनातनियों के विरोधी रविवार 21 अप्रैल को रांची में जमावड़ा लगाने वाले है। उसकी की तैयारी हो रही है। इतना ही नहीं उस सज्जन व्यक्ति ने ये भी कहा कि अगर इस देश में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में सरकार नहीं बनी होती और अटल बिहारी वाजपेई जैसे देश के प्रधानमंत्री नहीं बने होते हैं तो आज झारखंड अलग राज्य नहीं बना होता।
उन्होंने कहा कि पिछले दिनों आप सब ने भी देखा इन लोगों ने कभी मच्छर से तो कभी किसी बीमारी से सनातन की तुलना की। सनातन का घोर विरोध किया। सनातन को लेकर उनकी क्या मानसिकता सबको पता है। मोदी के बारे में किस तरह से तुलना करते हैं। भगवान श्री राम के बारे में कितनी अपमानजनक बातें करते हैं, यह भी सबको पता है। ऐसे ही विरोधियों का कल जमघट होने वाला है।