आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष और दिल्ली के CM अरविन्द केजरीवाल अंतरिम जमानत पर रिहा हुए हैं। इसके बाद शनिवार को उन्होंने जनता को संबोधित किया। इस संबोधन में उन्होंने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का उल्लेख किया। उनका कहीं न कहीं पहला टारगेट है कि हेमंत सोरेन को रिहा करवाना। इसके लिए वो जनता को संबोधित भी कर सकते हैं। सीएम केजरीवाल ने कहा कि वह झारखंड में भाजपा के खिलाफ माहौल बनाने आएंगे। उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन को अपने पद से इस्तीफा नहीं देना चाहिए था।
अपने भाषण में हेमंत सोरेन का उल्लेख करने के साथ ही अरविन्द केजरीवाल ने इसे भाजपा की रणनीति से जोड़कर आलोचना की। यह भी दावा किया कि सरकार में आने पर सारे प्रमुख विपक्षी नेताओं को जेल में डालने की योजना है। केजरीवाल के तेवर आक्रामक हैं और वे अपनी वाकपटुता से गठबंधन के पक्ष में माहौल बनाएंगे। गठबंधन के रणनीतिकारों ने भी उनसे संपर्क करना आरंभ कर दिया है।
बता दें कि अरविन्द केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ जब आम आदमी पार्टी की दिल्ली में रैली हुई तो हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने उसमें भागीदारी की। मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन भी मौजूद रहे। जब रांची में झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व उलगुलान न्याय महारैली हुई तो सुनीता केजरीवाल और संजय सिंह ने इसमें भाग लिया और हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के विरुद्ध आवाज उठाई।