लोकसभा चुनाव के पहले चरण का आज मतदान जारी है। 102 सीटों पर वोटिंग हो रही है। सीटों के मुताबिक यह सबसे बड़ा फेज है। बीजेपी लगातार तीसरी बार सरकार बनाने के प्रयास में है। इस बीच चुनावी विश्लेषक एवं एक्सिस माई इंडिया के प्रबंध निदेशक प्रदीप गुप्ता का अनुमान है कि बीजेपी को 13 राज्यों में बेहद मुश्किलें हो सकती हैं। गुप्ता के अनुसार बीजेपी के इन राज्यों में सीटें जीतने की संभावना कम है। उल्टे यहां पार्टी अपनी कुछ सीटें भी गंवा सकती है।
400 सीटों के लिए पिछली बार से 48 अधिक सीटें जीतनी होगी
साल 2019 के लोकसभा चुनावों में NDA ने 352 सीटें जीती थीं। बीजेपी का दावा है कि इस बार 400 सीटें जीतेगी। मतलब भाजपा और उसकी सहयोगी पार्टियों को 400 सीटों तक पहुंचने को कम-से-कम 48 और सीटें जीतने की जरूरत होगी। एक इंटरव्यू में प्रदीप गुप्ता ने बताया कि महाराष्ट्र, बिहार, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, गुजरात, राजस्थान, झारखंड, छत्तीसगढ़, हरियाणा, दिल्ली, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, गोवा समेत 13 राज्यों एवं कुछ केंद्र शासित प्रदेशों के बीच 257 लोकसभा सीटें हैं। एनडीए ने यहां 238 सीटें जीती थीं।
पिछली बार जितनी स्ट्राइक रेट रखना लगभग असंभव : प्रदीप
प्रदीप की मानें तो NDA का इन राज्यों में स्ट्राइक रेट 93 फीसदी थी। इस बार ये स्ट्राइक रेट बरकरार रखना असंभव-सा लगता है। NDA यहां कुछ सीटें भी गंवा सकती है। गुप्ता के अनुसार बीजेपी को 400 सीट हासिल करनी है तो उसे यहां पर अपनी मौजूदा स्थिति बरकरार रखनी होगी। चुनाव विश्लेषक का तर्क है कि महाराष्ट्र, बिहार, कर्नाटक, दिल्ली में स्थिति बदली है। महाराष्ट्र में जहां 48 सीटें हैं, वहां दो प्रमुख दलों-शिवसेना और राकांपा में बंटवारा हो गया है।
कर्नाटक में मजबूत हुई कांग्रेस
पिछले चुनाव की तुलना में यहां राजनीतिक समीकरण भी बदला है। इसी तरह कर्नाटक में भी कांग्रेस पार्टी ने प्रचंड जीत से सरकार बनाई है। यहां कांग्रेस बेहद मजबूत मानी जा रही। दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने गठबंधन कर लिया है। पिछले चुनाव में उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तेलंगाना, असम और 7 पूर्वोत्तर राज्यों की 185 सीटों में से 109 सीटें जीतीं। ये कुल सीटों का करीब 60 फीसदी था। वहीं, विपक्षी पार्टियों ने 76 सीटें जीती थीं। प्रदीप के मुताबिक इस बार बीजेपी इन राज्यों में सुधार कर सकती है। कुछ सीटें अधिक जीत सकती है। कहा कि तमिलनाडु, केरल, पंजाब, आंध्र प्रदेश और कश्मीर में विपक्षी दलों का पिछले चुनाव में स्ट्राइक रेट 95 प्रतिशत थी। बीजेपी ने यहां की 101 सीटों में से सिर्फ 5 सीटें जीती थीं। इस बार भी बीजेपी यहां बहुत अच्छा प्रदर्शन करने की स्थिति में नहीं है।