बिहार विधानसभा में Floor Test पर चर्चा के बाद विश्वासमत ध्वनिमत से पारित हो गया। लेकिन विजय कुमार चौधरी के आग्रह पर डिप्टी स्पीकर महेश्वर हजारी ने वोटिंग कराई। वोटिंग के बाद विश्वासमत के समर्थन में 129 वोट मिले। इससे पहले सीएम नीतीश कुमार ने विश्वासमत प्रस्ताव पेश किया। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपना संबोधन शुरू किया। बाद में विजय कुमार सिन्हा, सम्राट चौधरी व अन्य नेताओं ने अपनी बात रखी। आखिर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपना संबोधन दिया। नीतीश शिक्षक बहाली में राजद के क्रेडिट लेने पर हमला बोला उन्होंने कहा कि 2005 से पहले तेजस्वी के माता-पिता को काम करने का मौका मिला था लेकिन इन्होंने काम नहीं किया। 2005 से पहले बिहार का क्या हाल था। हिंदू-मुस्लिम का झगड़ा होता था लेकिन कार्रवाई नहीं होती थी हम लोगों ने कार्रवाई की।
‘राजद की सरकार में पांचवी तक नहीं पढ़ पाती थी लड़कियां’
नीतीश ने आगे कहा कि हमलोगों ने समाज के उत्थान के लिए काम किया था। हमने काफी काम किया है।पहले लड़कियां पांचवी से ज्यादा नहीं पढ़ पाती थी। अभी लड़कियों के पढ़ाई का स्तर बढ़ा है। आज बिहार की सड़कों पर रात बारह बजे भी महिलाएं बेखौफ घूम सकती हैं, पहले क्या स्थिति थी, आपको पता है। 2015 में जब हमने एक सात निश्चय किया, और इस पर काम किया। शिक्षा पर काफी काम हो रहा था, लेकिन दबाव देकर ये (शिक्षा मंत्रालय) ले लिए, जब हम काम कर रहे थे तो ये लोग मना किए। लेकिन अब हम पुरानी जगह आ गए है। अब हमेशा के लिए आ गए हैं और यही रहेंगे। हम किसी का नुकसान नहीं करेंगे। पूरे तौर पर लोगों के हित में काम करते रहेंगे, सात निश्चय 2016 एक और सात निश्चचय -2 पर 2021 में काम चल रहा था। आगे भी करते रहेंगे। समाज के हर वर्ग के लिए काम करेंगे, हम किसी के खिलाफ नहीं है। हम हर गड़बड़ी की जांच करेगे, हमने इज्जत दी थी लेकिन वे कमा रहे थे।