जनता दल यूनाइटेड (JDU) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शुक्रवार, 29 दिसंबर को दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब (Constitution Club) में हुई। इस बैठक में सबसे बड़ा फैसला यह हुआ कि JDU को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिलेगा। खुद Lalan Singh ने इस्तीफा दिया और Nitish Kumar का नाम राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए प्रस्तावित किया। इसके अलावा भी इस बैठक में कई निर्णय लिए गए।
ललन का कार्यकाल पूरा हुआ
बैठक में ललन सिंह आधिकारिक तौर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटे। ललन सिंह 21 जुलाई 2021 को जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने थे। उनका 2 साल का कार्यकाल पांच माह पहले ही पूरा हो चुका था।
JDU का अध्यक्ष पद शापित है, Nitish हैं अपवाद!
जानिए JDU की बैठक में लिए गए अन्य फैसले
- JDU जातीय गणना देश भर में कराने के लिए जनजागरण करेगी। इसकी शुरुआत के लिए JDU ने झारखंड राज्य को चुना है। आपको बता दें कि बिहार में जातीय गणना हो चुकी है।
- सभी राजनीतिक मुद्दों पर निर्णय लेने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार को अधिकृत कर दिया गया।
- 149 सांसदों के निलंबन पर निंदा प्रस्ताव लाया गया और इसे गलत बताया गया।
- महंगाई और बेरोजगारी पर आर्थिक प्रस्ताव में मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया गया।
Lalan Singh के जदयू राष्ट्रीय अध्यक्ष पद छोड़ने को लेकर JDU की खूब किरकिरी हुई है। क्योंकि बैठक के पहले मीडिया में तो यह बात चली आ रही थी कि ललन सिंह इस्तीफा देंगे। लेकिन न तो ललन सिंह इस बात को मान रहे थे और न ही JDU के अन्य नेता इस बात को मान रहे थे। लेकिन आखिर हुआ वही जो मीडिया में पहले से चल रहा था। ललन सिंह ने पद छोड़ दिया है। पद छोड़ने का कारण ललन सिंह ने मुंगेर लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ना बताया है। लेकिन चर्चा यह है कि लालू यादव से करीबी ने ललन सिंह को किनारे लगा दिया है।
एक बैठक में बने, दूसरी में हटे Lalan
JDU की पहली राष्ट्रीय परिषद की बैठक 2003 में हुई थी। उस वक्त जॉर्ज फर्नांडिस और नीतीश कुमार की समता पार्टी और शरद यादव की लोक शक्ति पार्टी का विलय हुआ। दोनों पार्टियों को मिलाकर जनता दल यूनाइटेड का गठन हुआ। तब शरद यादव को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया था। 2021 में हुई बैठक में नीतीश कुमार ने आरसीपी सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया था। 2022 में ललन सिंह को औपचारिक रूप से दूसरी बार राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया। इससे पहले जुलाई 2021 में केंद्रीय मंत्री बनने पर आरसीपी सिंह ने राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। तब उनके बाकी के कार्यकाल के लिए ललन सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष पहली बार बनाया गया था।