RANCHI: झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक लोबिन हेम्ब्रम फिर से अपनी सरकार पर सवाल खड़ा किया है। लोबिन ने आरोप लगाया कि झारखंड के अधिकारी आदिवासी की जमीन लूटने में लगे है। अभी ED की कार्रवाई में पत्ते खुल रहे है कि कैसे अधिकारी जल जंगल जमीन को लूटने में लगे है।
राज्य के अधिकारी खनिज लूट रहे
लोबिन हेम्ब्रम ने कहा कि राज्य अलग होने के बाद यहां के लोगों को कुछ नहीं मिला है। झारखंड से बेहतर आदिवासी बिहार में सुरक्षित थे। गुरूजी ने जिस सपने को देख कर राज्य अलग करने की लड़ाई लड़ी थी, लेकिन राज्य अलग होने के बाद यहां के आदिवासी मूलवासी लोग बदहाल हो गए। लोबिन हेम्ब्रम ने कहा कि यहां की जमीन को अधिकारी लूट रहे है। राज्य के खनिज को लूट रहे है। ED ने एक छवि को सलाखों के पीछे भेजा है, अब और कितने छवि राज्य में है इसका भी खुलासा ED करेगी। उन्होंने कहा एक आईएएस पूजा सिंघल जेल गई, वह पहाड़ और पत्थर को लूट रही थी अब छवि जमीन लूटने में लगे है।
आदिवासी जमीन को लूट कर स्मार्ट सिटी बनाया
यहां CNT SPT एक्ट के वजह से कुछ जमीन बची है, नहीं तो यहां के अधिकारी आदिवासी को बेच देते । उन्होंने कहा कि झारखंड में पेशा एक्ट लागू नहीं किया गया,जबकि छत्तीसगढ़ राज्य में यह कानून बन चुका है। लोबिन ने कहा कि रांची में आदिवासी जमीन को लूट कर स्मार्ट सिटी बनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री चुनाव के वक्त स्मार्ट गांव बनाने की बात बोल रहे थे। आखिर मुख्यमंत्री के वादों का क्या हुआ। उन्होंने कहा छात्र सड़क पर है, किसान बदहाल है,आखिर कैसे झारखंड बचेगा।
उन्होंने सरकार से मांग किया कि जल्द समय रहते पेशा एक्ट, CNT SPT और जो वादे है उसे पूरा करें, नहीं तो बहुत देर हो जाएगी। उन्होंने कहा कि इन सब मुद्दे को वह उठाते है, तो सरकार बोलती है कि लोबिन बागी है।