झारखंड में लोकसभा चुनाव से पहले कल का दिन बेहद अहम माना जा रहा है। रविवार यानी 21 अप्रैल को इंडी गठबंधन की ओर से रांची में महा रैली का आयोजन किया गया है। इस दौरान एक तरफ जहां गठबंधन में शामिल पार्टी रैली को हाउस फुल बनाने में लगी है तो वहीं विपक्ष इस रैली को आदिवासियों की अपमान रैली बता रहा है।
दरअसल, महारैली को लेकर पूरे झारखंड में पोस्टर और बैनर लगाए गए है। लेकिन इन पोस्टरों में चंपई सोरेन की तस्वीर ना होकर सिर्फ हेमंत और कल्पना सोरेन की तस्वीर को अधिक दिखाया गया है। ऐसे में चर्चा उठ रही कि ये रैली कल्पना को सीएम पद का दावेदार बनाने के लिए आयोजित की जा रही है या चंपई के विदाई के लिए।
झारखंड BJP के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने इस रैली पर जमकर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि सही मायने में इसे उलगुलान रैली नहीं, बल्कि आदिवासी अपमान महारैली कहा जाना चाहिए। आइएनडीआइए की इस रैली के लिए पोस्टर जारी किया गया है, उसमें झारखंड के आदिवासी मुख्यमंत्री चंपई सोरेन की तस्वीर नहीं है। यह हास्यास्पद है और आदिवासियों के लिए अपमान की बात है। जेएमएम का मतलब सिर्फ हेमंत सोरेन परिवार तक ही सीमित रह गया है।
उन्होंने यह भी कहा कि राज्य की जनता सब देख रही है। चुनाव में इसका जवाब मिलेगा। स्पष्ट है, इंडी गठबंधन की रैली में जमीन से जुड़े नेताओं को दरकिनार किया जा रहा है। इस आयोजन में सिर्फ परिवारवादियों को ही जगह दी जा रही है।